भारत-ब्रिटेन साझेदारी बनी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक विकास की आधारशिला: पीएम मोदी

खबर सार :-
भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री मोदी और कीर स्टार्मर की मुलाकात ने रक्षा, शिक्षा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई गति दी है। यह दौरा दोनों देशों की साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और टेक्नोलॉजी व टैलेंट पर आधारित विश्वसनीय साझेदारी को दर्शाता है।

भारत-ब्रिटेन साझेदारी बनी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक विकास की आधारशिला: पीएम मोदी
खबर विस्तार : -

India UK Relations: भारत और ब्रिटेन के रिश्तों ने एक नई ऊँचाई को छुआ है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के भारत दौरे के दौरान मुंबई के राजभवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इस मुलाकात को भारत-ब्रिटेन के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक में कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) को लेकर हुई प्रगति, निवेश, शिक्षा, रक्षा और तकनीकी सहयोग जैसे विषयों पर अहम चर्चाएं हुईं।

भारत और ब्रिटेन  “नेचुरल पार्टनर”

प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, प्रधानमंत्री स्टार्मर के नेतृत्व में भारत-ब्रिटेन संबंधों में उल्लेखनीय तेजी आई है।  यह दौरा इसलिए भी खास है, क्योंकि स्टार्मर के साथ आया अब तक का सबसे बड़ा बिजनेस डेलिगेशन इस साझेदारी में नई ऊर्जा का परिचायक है। पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा वैश्विक अस्थिरता के बीच भारत-ब्रिटेन की बढ़ती साझेदारी वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति का एक मजबूत स्तंभ बन रही है। उन्होंने भारत और ब्रिटेन को “नेचुरल पार्टनर” बताते हुए साझा लोकतांत्रिक मूल्यों — डेमोक्रेसी, फ्रीडम और रूल ऑफ लॉ — को हमारी साझेदारी की नींव बताया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी घोषणा की कि ब्रिटेन की 9 यूनिवर्सिटीज अब भारत में अपने कैंपस खोलने जा रही हैं। साउथेम्प्टन यूनिवर्सिटी का गुरुग्राम कैंपस इसका पहला उदाहरण है, जहां छात्रों का पहला बैच प्रवेश ले चुका है।

रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा

रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर भी एक महत्वपूर्ण घोषणा हुई—भारतीय वायुसेना के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स ब्रिटेन की रॉयल एयरफोर्स में ट्रेनर के रूप में सेवाएं देंगे। इससे न केवल प्रशिक्षण का स्तर बढ़ेगा, बल्कि दोनों देशों के बीच रक्षा तालमेल भी मजबूत होगा। पीएम मोदी ने भारत की गतिशीलता और ब्रिटेन की विशेषज्ञता को मिलकर एक “अद्वितीय तालमेल” करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी साझेदारी भरोसेमंद है और यह टैलेंट व टेक्नोलॉजी ड्रिवन है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस दौरे को ऐतिहासिक बताया और सोशल मीडिया पर साझा किया कि भारत-ब्रिटेन मिलकर भविष्य की नींव मजबूत करेंगे।

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