Aaj Ka Mausam: देश भर में मानसून का मिजाज लगातार बदल रहा है । कहीं हल्की बारिश मौसम को सुहावना बना रही है, तो कहीं भारी बारिश कहर बरपा रही है। दिल्ली-एनसीआर में बुधवार तड़के हुई भारी बारिश से जहां तापमान में गिरावट आई, वहीं जलभराव और ट्रैफिक जाम ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। गाजियाबाद के रामनगर एलिवेटेड रोड पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। वहीं, मेरठ के कई इलाकों में जलभराव हो गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में दिल्ली और आसपास के इलाकों में और बारिश की चेतावनी जारी की है।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो मानसून की सुस्त चाल से भीषण गर्मी और उमस बढ़ गई है। अगले दो दिनों तक राज्य में भारी बारिश की संभावना नहीं है। उत्तर प्रदेश अभी भी बारिश का इंतज़ार कर रहा है। किसानों को चिंता है कि उनके इलाके में सूखे जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। हालाँकि, 23 और 24 जुलाई को पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। मंगलवार को झांसी में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि नोएडा, आगरा और मथुरा में भी हल्की बारिश से उमस बढ़ गई। लेकिन बाकी जिलों में लगभग कोई बारिश नहीं हुई।
मुंबई में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं और कई इलाकों में जलभराव बना हुआ है। मौसम विभाग ने मुंबई समेत ठाणे,कोल्हापुर,पालघर और रायगढ़ जिलों में "रेड अलर्ट" जारी किया है। जिसे देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए समुद्र किनारे तैनात लाइफगार्ड्स को अलर्ट मोड में रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
राजस्थान के सीकर, नागौर, जयपुर, दौसा, अलवर, चूरू, झुंझुनू, भरतपुर, धौलपुर, करौली, बूंदी, बारां, कोटा, झालावाड़, अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर जिलों और आसपास के इलाकों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर तेज़ हवाएँ (20-30 किमी प्रति घंटा) चलने की संभावना है। इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार के अधिकांश हिस्सों में आज तेज़ हवाओं और गरज के साथ भारी बारिश की चेतावनी है। इस दौरान मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, सहरसा, मुंगेर, नवादा, गया, समस्तीपुर, शेखपुरा, पटना और पूर्वी चंपारण-पश्चिमी चंपारण समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
उधर उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में स्थिति और गंभीर होती जा रही है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में कई रास्ते बंद हो गए हैं, जबकि हिमाचल के मंडी और कांगड़ा जिलों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। मौसम विभाग ने इन इलाकों में "ऑरेंज अलर्ट" जारी किया है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
वहीं जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी के साथ बारिश भी दर्ज की गई है, जिससे ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों में पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के साथ भूस्खलन और सड़क जाम की स्थिति और खराब हो सकती है।
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