Corporate companies Investment: भारत की निजी कंपनियां बढ़ा रहीं पूंजीगत व्यय

खबर सार : -
सांख्यिकी मंत्रालय की सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार निजी कंपनियां भारत में निवेश को लेकर काफी उत्साहित हैं। निजी कॉरपोरेट क्षेत्र की लगभग 30 प्रतिशत फर्मों ने खुद को अपग्रेड करने के साथ ही बेहतर निवेश करने का काम किया है।

खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः दुनिया भर में कारोबार को लेकर अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। इन सबके बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है। निजी कॉरपोरेट क्षेत्र की कंपनियों ने पिछले वित्तीय वर्ष में बेहतर निवेश की योजना बनाई है। यह निश्चित तौर पर भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति कॉरपोरेट जगत के लोगों के बढ़ते आत्मविश्वास का नतीजा है, जिसकी वजह से निवेश को लेकर कंपनियां उत्साहित नजर आ रही हैं।

30 प्रतिशत फर्म खुद को कर रहीं अपग्रेड

सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा मंगलवार 30 अप्रैल को जारी सर्वेक्षण के आंकड़ों पर गौर करें, तो कमजोर मांग, भू-राजनीतिक तनाव और उच्च उधारी लागत जैसी तमाम चुनौतियों के बावजूद निजी कॉरपोरेट क्षेत्र की लगभग 30 प्रतिशत फर्मों ने वित्त वर्ष 2024-25 में खुद को अपग्रेड करने के साथ ही बेहतर निवेश करने की योजना बनाई है। यह ट्रेंड आर्थिक निश्चितता में सुधार के बीच बढ़ते कॉरपोरेट आत्मविश्वास और निवेश के प्रति विवेकपूर्ण दृष्टिकोण को दर्शाता है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 40.3 प्रतिशत एंटरप्राइजेज 2024-25 के दौरान मुख्य एसेट्स में पूंजीगत व्यय करने पर काम कर रहे हैं। 28.4 प्रतिशत एंटरप्राइजेज मौजूदा एसेट्स में वैल्यू एडिशन में निवेश करने की तैयारी में है, जबकि लगभग 11.5 प्रतिशत एंटरप्राइजेज अवसरवादी एसेट्स और 2.7 प्रतिशत एंटरप्राइजेज लोन रणनीतियों पर अपना पूरा फोकस कर रहे हैं।

सालाना आधार पर 27.5 प्रतिशत की वृद्धि

निजी कॉरपोरेट क्षेत्र में प्रति एंटरप्राइज एवरेज ग्रॉस फिक्स्ड एसेट्स 2022 में 3,151.9 करोड़ रुपए से बढ़कर 2023 में 3,279.4 करोड़ औऱ 2024 में 4,183.3 करोड़ रुपए हो गया है, जो सालाना आधार पर 27.5 प्रतिशत की वृद्धि तक पहुंच गया है। यही नहीं वर्ष 2021-22, 2022-23 और 2023-24 के लिए प्रति एंटरप्राइजेज अनुमानित पूंजीगत व्यय क्रमशः 109.2 करोड़ रुपए, 148.8 करोड़ रुपए और 107.6 करोड़ रुपए था। इसके अलावा, 2024-25 में नई एसेट्स की खरीद के लिए प्रति एंटरप्राइजेज अनुमानित पूंजीगत व्यय 172.2 करोड़ रुपए है। 2021-22 से 2024-25 तक चार साल की अवधि में कुल पूंजीगत व्यय (अनवेटेड) में 66.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। हालांकि, पूंजीगत व्यय सर्वेक्षण का प्राथमिक उद्देश्य पिछले तीन वित्तीय वर्षों से निजी कॉरपोरेट क्षेत्र के उद्यमों के पूंजीगत व्यय के रुझान का अनुमान लगाना है, साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 और वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अनुमानित पूंजीगत व्यय का अनुमान लगाना भी जरूरी है।

 

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