नई दिल्लीः डिजिटल वर्ल्ड से दुनिया को कितना लाभ पहुंच रहा है, यह किसी से छिपा नहीं है, लेकिन हाईटेक तकनीक की वजह से होने वाले स्कैम भी बड़ी चुनौती बने हुए हैं। ग्लोबल ऑडिट दिग्गज पीडब्ल्यूसी ने स्कैम के खतरों और लाभहीन प्रोजेक्ट्स को ध्यान में रखते हुए एक दर्जन से अधिक देशों में परिचालन बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी का लक्ष्य हाल ही में उसके अकाउंटिंग नेटवर्क को प्रभावित करने वाले स्कैम से बचना है।
अफ्रीका में 10 साझेदारों के साथ तोड़े संबंध
फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल की शुरुआत में ही बढ़ते मतभेदों के बाद पीडब्ल्यूसी ने अफ्रीका में अपने स्थानीय साझेदार 10 सदस्य फर्मों के साथ संबंध पूरी तरह से तोड़ लिए हैं। इस संबंध में कंपनी से जुड़े लोकल लीडर्स ने कहा कि उन्होंने हाल के वर्षों में अपने एक तिहाई से ज्यादा बिजनेस खो दिए हैं, क्योंकि पीडब्ल्यूसी के वैश्विक अधिकारियों ने उन पर जोखिमपूर्ण ग्राहकों को सेवाएं देना बंद करने का दबाव डाला था। पीडब्ल्यूसी संस्थाओं और स्थानीय समाचार रिपोर्ट्स के एक रजिस्टर के अनुसार, पीडब्ल्यूसी ने जिम्बाब्वे, मलावी और फिजी में अपने सदस्य फर्मों के साथ संबंध तोड़ लिए हैं। इसी कड़ी में ऑडिट फर्म से जुड़ी एक और शर्मिंदगी की बात यह है कि चीन के वित्त मंत्रालय और चाइना सिक्योरिटीज रेगुलेटरी कमिशन ने पीडब्ल्यूसी की चीन इकाई पर रिकॉर्ड 441 मिलियन युआन यानी 62 मिलियन डॉलर तक का जुर्माना लगा दिया, इसके साथ ही संपत्ति की दिग्गज कंपनी एवरग्रांडे के ऑडिट को लेकर भी छह महीने के सस्पेंशन का आदेश जारी कर दिया है। दरअसल, यह कार्रवाई एवरग्रांडे के 78 बिलियन डॉलर के धोखाधड़ी के जवाब में की गई थी। पीडब्ल्यूसी ने 2023 की शुरुआत तक लगभग 14 वर्षों तक एवरग्रांडे का ऑडिट किया। पीडब्ल्यूसी पर ऑडिट विफलताओं के लिए जुर्माना लगाया गया था, जिसमें एवरग्रांडे के साथ हुई धोखाधड़ी को ‘अनदेखा करना’ और ‘अनुमोदित करना’ शामिल था। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन में बिग फोर अकाउंटिंग फर्म पर लगाया गया यह जुर्माना और निलंबन अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है।
कई अन्य देशों में भी लगाया जा चुका है जुर्माना
मार्च में यूके की फाइनेंशियल रिपोर्टिंग काउंसिल ने 2019 वित्त वर्ष के लिए वायलैंड्स बैंक के ऑडिट को लेकर पीडब्ल्यूसी पर 4.5 मिलियन पाउंड (5.96 मिलियन डॉलर) का जुर्माना लगाया था। ऑस्ट्रेलिया में, एक टैक्स पार्टनर के गोपनीय सरकारी जानकारी का दुरुपयोग किए जाने के बाद राजनीतिक हंगामा हुआ था। इसके बाद पीडब्ल्यूसी के वैश्विक अधिकारियों ने लीडर्स को हटाने के लिए कार्रवाई की। पीडब्ल्यूसी को एक साल के लिए सऊदी अरब के सॉवरेन वेल्थ फंड के लिए काम करने से भी रोक दिया गया है। यह भी बताया जा रहा है कि अकाउंटिंग फर्म तेल समृद्ध शासन के साथ संबंधों को सुधारने पर काम कर रही है, ताकि वह फिर से संचालन में वापस आ सके।
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