नई दिल्लीः वैश्विक मंदी का असर धीरे-धीरे पूरी दुनिया में दिखने लगा है। दुनिया भर के शेयर बाजारों में लगातार और भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। बाजार में सोने की कीमतों मे भी लगातार गिरावट आई है, जो कि आने वाले दिनों में और भी बड़ी हो सकती है। सोने की कीमतों को लेकर जो भविष्यवाणी की जा रही है, अगर वो सच साबित हुई तो 93,000 रुपये में प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिकने वाला सोना सिर्फ 55,000-56,000 रुपये में बिकेगा।
सोने की कीमत में आज 400 रुपये तक की गिरावट देखने को मिली है। पिछले दो दिनों में सोने का दाम 2700 रुपये से अधिक गिर गया है। देश के ज्यादातर शहरों में सोना पहले के मुकाबले अब सस्ता हो गया है। 7 अप्रैल को सोने की कीमत 1929 गिरकर 89,085 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थी। 8 अप्रैल को 24 कैरेट सोने की कीमत 88,306 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ गई है। अब तक सोना अपने हाई प्राइस वैल्यू की वजह से सूर्खियों में रहा, लेकिन अब भविष्यवाणी की जा रही है कि सोने की कीमत 56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के एक विश्लेषक ने सोने की कीमतों में भारी गिरावट को लेकर भविष्यवाणी की है। ये भविष्यवाणी अमेरिकी मॉर्निंगस्टार के एनालिस्ट की ओर से की गई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतों में 38 प्रतिशत तक की बड़ी गिरावट आ सकती है। एक अमेरिकी एक्सपर्ट ने दावा किया गया है कि भविष्य में सोने की कीमत 3,080 डॉलर प्रति औंस से गिरकर 1,820 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है, यानी भारत में सोने की कीमत 55,000-56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। इस भविष्यवाणी के पीछे उनका तर्क है कि वैश्विक स्तर पर सोने का प्रोडक्शन बढ़ा है, जिससे सोने का भंडारण 9 फीसदी तक बढ़ गया है। सोने की सप्लाई बढ़ने से सरप्लस सप्लाई की स्थिति भी बन सकती है, जिसकी वजह से सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिल सकती है।
बाजार में दूसरी तरफ सोने की मांग में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। सोने की बढ़ी कीमतों के कारण रिटेल में खरीदारी कम हो रही है। केंद्रीय बैंकों की ओर से लगातार सोना खरीदा जा रहा है, जो आने वाले दिनों में कम हो सकता है। बाजार में मांग घटने से सोने की कीमत गिर सकती है। यही नहीं बाजार में सोने की कीमतों में लगातार तेजी की वजह से सेचुरेशन की स्थिति बनती जा रही है। आंकड़ों पर गौर करें, तो वर्ष 2024 में गोल्ड सेक्टर में विलय और अधिग्रहण के क्षेत्र में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, जबकि गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़ने से दाम गिरने की संभावना भी बढ़ गई है।
सोने की कीमतों को लेकर की जा रही इस भविष्यवाणी से कई एक्सपर्ट्स असहमति जता चुके हैं। बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषकों की मानें तो अगले दो वर्षों में सोने की कीमत 3,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। दूसरी तरफ गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि 2025 के अंत कर सोना 3,300 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा। इसी के साथ भारत में सोने की कीमत 90 हजार से 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच पहुंच सकती है।
अन्य प्रमुख खबरें
RBI Repo Rate: नहीं कम होगी आपके लोन की EMI, आरबीआई ने नहीं घटाया रेपो रेट
LPG Price Hike: दिवाली से पहले बड़ा झटका, LPG सिलेंडर हुआ महंगा, जानें कितने बढ़े दाम
शिरीष चंद्र मुर्मू RBI के नए डिप्टी गवर्नर नियुक्त, तीन साल का होगा कार्यकाल
Gold-Silver Price Today : सोने-चांदी की कीमतों में भारी उछाल, जानें कितने बढ़ गये दाम
अब आतंकियों को ट्रेनिंग देगी पाकिस्तानी सेना ! जैश, हिजबुल और लश्कर पर होगा डायरेक्ट कंट्रोल
भारतीय शेयर बाजार: नई दिशा की ओर, RBI बैठक और वैश्विक घटनाओं पर टिकी चाल
अमेरिकी टैरिफ से लाल निशान में खुला शेयर बाजार, फार्मा और हेल्थकेयर शेयरों पर भारी दबाव
Stock Market news updates: भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ खुला, स्मॉल और मिडकैप में दिखा जोश
Analysis: दीपावली से दीपावली तक सोना-चांदी बना निवेशकों का सोना: एक साल में 43 प्रतिशत तक का रिटर्न
ग्लोबल मार्केट से कमजोरी के संकेत, दबाव में एशिया के बाजार
भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला, आईटी शेयरों पर दबाव, निवेशकों की सतर्कता बढ़ी
जीएसटी सुधार से देश में कारोबार करना होगा आसान, जीडीपी 20 लाख करोड़ रुपए बढ़ेगी : अश्विनी वैष्णव
डीआईआई ने रिकॉर्ड 5.3 लाख करोड़ रुपए की इक्विटी खरीदी, 2025 के मात्र 9 महीनों में 2024 का आंकड़ा पार