मुंबईः भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को कारोबारी सत्र में जोरदार वापसी करके मंगलवार को हुए नुकसान की भरपाई कर दी है। आज सुबह से ही कारोबार हरे निशान में शुरू हुए थे। इसके बाद दिन के आखिर में सेंसेक्स 410.19 अंकों की तेजी के साथ 81,596.63 बंद हुआ। वहीं निफ्टी 129.55 अंकों की बढ़त के साथ 24,813.45 पर था। आज बाजार में दिखी तेजी का नेतृत्व डिफेंस शेयरों ने किया। घरेलू बाजार में सबसे अधिक बीईएल के शेयरों में 5.26 प्रतिशत की तेजी दिखी। इसके अलावा एचएएल के शेयर 3.13 प्रतिशत, सोलार इंडस्ट्रीज के 5.26 प्रतिशत और मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के शेयर 2.83 प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुए।
भारतीय शेयर बाजार में लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी निवेशकों ने जमकर खरीदारी की। इस वजह से निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 0.78 प्रतिशत की मजबूती के साथ 56,619.60 अंकों पर थे। निफ्टी स्मॉलकैप 100 0.38 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,548.60 पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को कारोबारी सत्र के समाप्ति के बाद लाल निशान में बंद हुए थे, लेकिन बुधवार को शेयर बाजार में उछाल नजर आया, जिसकी वजह से कारोबारी सत्र की समाप्ति तक सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। घरेलू शेयर बाजारों में ऑटो, एफएमसीजी, मेटल, रियल्टी, आईटी, फार्मा और एनर्जी सेक्टर के शेयर सबसे ज्यादा बढ़ने वाले इंडेक्स की सूची में शामिल थे।
आंकड़ों पर गौर करें, तो सेंसेक्स पैक में बजाज फिनसर्व, टाटा स्टील, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, नेस्ले, टाटा मोटर्स, एचयूएल, एमएंडएम और इटरनल (जोमैटो) टॉप गेनर्स वाली कंपनियों की लिस्ट में शामिल थे। जबकि, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पावर ग्रिड, आईटीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप लूजर्स में थे।
घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी से निवेशकों में खुशी का माहौल है। इस संबंध में जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के रिसर्च हेड विनोद नायर ने बाजार की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि शेयर बाजार का रुझान सकारात्मक था। हालांकि, बाजार एक छोटे दायरे में ही कारोबार करता नजर आया। इन सबके बावजूद मौजूदा परिस्थितियां तेजी में बिकवाली का संकेत दे रही हैं। यह भी कहा कि अब दुनिया की नजर अमेरिका और भारत के बीच बातचीत पर टिकी हैं, जिसको लेकर हाल के समय में अनिश्चितता बढ़ी है। अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग के डाउनग्रेड से एफआईआई की बिकवाली ने बाजार पर दबाव बनाने का काम किया है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से मिले आंकड़ों पर गौर करें, तो विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी एफआईआई ने 20 मई को 10,016.10 करोड़ रुपए के भारतीय शेयर बेचे थे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों यानी डीआईआई ने 6,738.39 करोड़ रुपए की शुद्ध खरीदारी की थी। इन सबके बावजूद मंगलवार को कारोबारी सत्र में जोरदार बिकवाली की गई थी। कारोबार के अंत में मंगलवार को सेंसेक्स 872.98 अंकों की गिरावट के साथ 81,186.44 और निफ्टी 261.55 अंकों की कमजोरी के साथ 24,683.90 पर बंद हुआ था।
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