भारत को इनोवेशन और डिजिटल स्किल का ग्लोबल हब बना रहे युवा : पीयूष गोयल

खबर सार :-
भारत तेजी से ऐसे दौर में प्रवेश कर रहा है, जहां युवा शक्ति, इनोवेशन, तकनीक और आत्मनिर्भरता उसकी विकास यात्रा के प्रमुख स्तंभ बन गए हैं। पीयूष गोयल के अनुसार, वैश्विक निवेश, डिजिटल स्किल्स और मजबूत आरएंडडी ढांचे के सहारे भारत न केवल नई आर्थिक ऊंचाइयों को छू रहा है, बल्कि दुनिया में एक प्रमुख इनोवेशन हब के रूप में अपनी पहचान भी मजबूत कर रहा है।

भारत को इनोवेशन और डिजिटल स्किल का ग्लोबल हब बना रहे युवा : पीयूष गोयल
खबर विस्तार : -

FICCI 98th Anniversary: फिक्की की 98वीं सालगिरह के अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत की आत्मनिर्भरता, इनोवेशन और युवाओं की अग्रणी भूमिका को देश के भविष्य का आधार बताया। उन्होंने फिक्की को भारत की स्वतंत्रता के दौर से लेकर आज तक औद्योगिक विकास का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि इस संगठन की यात्रा देश की आर्थिक प्रगति को प्रतिबिंबित करती है। गोयल ने कहा कि भारत ‘अमृत काल’ में प्रवेश कर चुका है और अब राष्ट्र का सामूहिक लक्ष्य एक आत्मनिर्भर, प्रतिस्पर्धी और भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार भारत का निर्माण है। यह विजन देश की युवा प्रतिभा, इनोवेशन और वैश्विक नेतृत्व क्षमता से संचालित हो रहा है।

आत्मनिर्भरता की मजबूत जड़ें और वैश्विक निवेश का भरोसा

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भरता का विचार भारत की सभ्यता में गहरे से मौजूद है और यह महात्मा गांधी के आर्थिक दर्शन से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि आज वही भावना देश के संविधान और 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं में दिखती है, जो अपनी नियति स्वयं निर्माण करने को तैयार हैं। भारत की बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग क्षमता का उल्लेख करते हुए गोयल ने बताया कि दुनिया की कई शीर्ष कंपनियां भारत पर अपना भरोसा बढ़ा रही हैं और 100 अरब डॉलर तक के निवेश की योजनाएं बना रही हैं। यह भारत की आर्थिक मजबूती और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

प्रोटेक्शनिज्म से आगे बढ़ते हुए गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा पर ध्यान

पीयूष गोयल ने कहा कि भारत को प्रोटेक्शनिस्ट माइंडसेट से आगे बढ़कर उच्च-स्तरीय गुणवत्ता, इनोवेशन और प्रतिस्पर्धात्मक सोच अपनानी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मनिर्भरता नीति-निर्माण के केंद्र में हैं। गोयल के अनुसार भारत वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है। उन्होंने कहा कि ‘हम अपने भविष्य के आर्किटेक्ट खुद हैं’ और इसी सोच ने भारत को एक नए भारत की दिशा में आगे बढ़ाया है।

आरएंडडी और डिजिटल स्किल्स में भारत की नई छलांग

मंत्री ने मजबूत रिसर्च एंड डेवलपमेंट इकोसिस्टम की जरूरत पर बल दिया और बताया कि सरकार की नई आरएंडडी और इनोवेशन फंड स्कीम निजी क्षेत्र की भागीदारी को नई दिशा देगी। उन्होंने कहा कि भारत में चैटजीपीटी का दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा यूजर बेस होना यह दर्शाता है कि भारतीय युवा उन्नत टेक्नोलॉजी टूल्स को तेजी से अपनाकर डिजिटल इनोवेशन को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। गोयल ने जोर दिया कि यही युवा भारत को इनोवेशन और डिजिटल स्किल्स का वैश्विक हब बना रहे हैं।

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