India's growth rate: टैरिफ वॉर के बावजूद 6.2 प्रतिशत रहेगी भारत की विकास दर

खबर सार : -
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 'ट्रंप-टैरिफ' से उत्पन्न व्यापार तनाव और अनिश्चितताओं का हवाला देते हुए 2025-2026 के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर एक अनुमानित रिपोर्ट जारी की है, जिसके तहत वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को 0.5 प्रतिशत घटाकर 2.8

खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से पूरी दुनिया में ऊहा-पोह की स्थिति बनी हुई है। इस टैरिफ वार से भारत भी अछूटा नहीं रहा है। इन सबके बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था और विकास दर अच्छी स्थिति में है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 'ट्रंप-टैरिफ' से उत्पन्न व्यापार तनाव और अनिश्चितताओं का हवाला देते हुए 2025-2026 के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर एक अनुमानित रिपोर्ट जारी की है, जिसके तहत वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को 0.5 प्रतिशत घटाकर 2.8 प्रतिशत कर दिया है। यह भी कहा गया है कि तमाम बाधाओं के बावजूद भारत की जीडीपी वृद्धि दर छह प्रतिशत से ऊपर रहेगी। 

आईएमएफ ने जारी किया 2025 का विश्व आर्थिक परिदृश्य

आईएमएफ ने वाशिंगटन में अप्रैल 2025 का विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) जारी किया है, जिसमें जनवरी 2025 के डब्ल्यूईओ अपडेट के तुरंत बाद की स्थितियों का जिक्र किया गया है, जिसके तहत अमेरिका ने प्रमुख व्यापारिक भागीदारों और महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर टैरिफ की कई घोषणाएं कीं। इस कारण 2 अप्रैल को टैरिफ और अनिश्चितता दोनों में तेज वृद्धि से निकट भविष्य में भी वैश्विक विकास में कमी आ सकती है। यही नहीं 2025 में वैश्विक विकास दर 2.8 प्रतिशत और 2026 में 3.0 प्रतिशत रहने का अनुमान भी लगाया है, ये दोनों ही आकलन जनवरी अपडेट के मौजूदा विकास दर 3.3 प्रतिशत से कम हैं। दूसरी तरफ 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.2 प्रतिशत और 2026 में 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।

ट्रंप प्रशासन द्वारा टैरिफ की घोषणाओं से पहले जनवरी 2025 में आईएमएफ ने दोनों वर्षों के लिए भारत का विकास अनुमान 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत के लिए वर्ष 2025 में विकास का पूर्वानुमान 6.2 प्रतिशत पर अपेक्षाकृत अधिक स्थिर है, जिसे निजी खपत, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में समर्थन प्राप्त है। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चीन के विकास अनुमान को घटाकर 2025 के लिए 4.0 प्रतिशत और अगले वर्ष के लिए 4.6 प्रतिशत कर दिया गया है।

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