सपाट खुले भारतीय शेयर बाजार: निफ्टी 25,900 स्तर से नीचे, एफएमसीजी सेक्टर में सबसे बड़ी गिरावट

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को कमजोर शुरुआत के साथ मिला-जुला प्रदर्शन कर रहे हैं। निफ्टी 25,900 के नीचे टिके रहने से निवेशकों में सतर्कता बढ़ी है। एफएमसीजी सेक्टर की कमजोरी बाजार पर दबाव डाल रही है, जबकि बैंकिंग और मेटल शेयरों में हल्की मजबूती बनी हुई है। वैश्विक संकेत और अमेरिका-चीन वार्ता के नतीजे आगे बाजार की दिशा तय करेंगे।

सपाट खुले भारतीय शेयर बाजार: निफ्टी 25,900 स्तर से नीचे, एफएमसीजी सेक्टर में सबसे बड़ी गिरावट
खबर विस्तार : -

मुंबईः सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सपाट रही। शुक्रवार सुबह शुरुआती कारोबार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी मामूली गिरावट के साथ खुले। निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स 1.42 प्रतिशत की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज कर रहा था, जिससे बाजार पर दबाव बना रहा। सुबह 9:32 बजे बीएसई सेंसेक्स 62.31 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,494.09 स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 8.45 अंक या 0.03 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,882.95 पर था। बैंक निफ्टी भी 15.50 अंक की गिरावट के साथ 58,062.55 पर कारोबार कर रहा था।

भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को मिडकैप इंडेक्स 0.10 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 59,428 पर टिके रहने में सफल रहा। स्मॉलकैप इंडेक्स 0.05 प्रतिशत गिरकर 18,282 पर था। मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, शुरुआती सत्र में बाजार साइडवेज मूवमेंट दिखा सकता है। अगर निफ्टी 25,830 से ऊपर बना रहता है तो 26,186 तक की तेजी की संभावना बन सकती है। वहीं, अगर 26,000 का स्तर पार नहीं हो पाता तो दोबारा गिरावट के संकेत मिल सकते हैं, जिसका टारगेट 25,590-25,400 के आसपास रहेगा। इस बीच, वैश्विक संकेतों का भी असर घरेलू बाजार पर देखने को मिला।

भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर नजर

 केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच एक फेयर और संतुलित व्यापारिक समझौता जल्द होने की उम्मीद है। इससे बाजार में निवेशकों का भरोसा मजबूत बना हुआ है। वहीं, अमेरिका और चीन के टॉप नेताओं के बीच होने वाले आगामी समिट में ट्रेड डील की संभावना से वैश्विक बाजारों में सकारात्मकता बनी रही। अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के मुताबिक, अमेरिका के पास चीन के साथ ज्यादा सौदेबाजी की शक्ति नहीं है क्योंकि चीन रेयर अर्थ मिनरल्स और मैग्नेट के उत्पादन में अग्रणी है। ऐसे में अमेरिका को अपने कड़े टैरिफ रुख को नरम करना पड़ सकता है, जो बाजार के लिए सकारात्मक संकेत होगा। सेंसेक्स पैक में आईसीआईसीआई बैंक, बीईएल, टाटा स्टील, एमएंडएम और भारती एयरटेल टॉप गेनर्स में रहे, जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक बैंक और एक्सिस बैंक प्रमुख लूजर्स रहे।

विदेशी बाजारों का हाल

अमेरिकी बाजारों में भी तेजी का रुख देखने को मिला। डाउ जोंस 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 46,734.61 पर बंद हुआ, एसएंडपी 500 में 0.58 प्रतिशत और नैस्डेक में 0.89 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई। एशियाई बाजारों—बैंकॉक, जकार्ता, सोल, हांगकांग, जापान और चीन—सभी में सकारात्मक कारोबार देखने को मिला। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) 23 अक्टूबर को शुद्ध विक्रेता रहे और उन्होंने 1,165.94 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) 3,893.73 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे।

 

अन्य प्रमुख खबरें