नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के प्रबंध निदेशक और सीईओ, आशीष कुमार चौहान ने गुरुवार को सरकार के द्वारा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली को सरल बनाने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी स्लैब को चार से घटाकर दो करने से देश की समग्र आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि यह निर्णय नागरिकों को ज्यादा पैसे की बचत करने का अवसर देगा, जिससे वे अधिक खर्च करेंगे और इस प्रकार एक सकारात्मक आर्थिक चक्र उत्पन्न होगा।
एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई दी। उनका मानना है कि जीएसटी दरों में किए गए इस सुधार के दूरगामी परिणाम होंगे। इससे निश्चित तौर पर कर अनुपालन में वृद्धि होगी और कर चोरी में कम करने में मदद मिलेगी। यही नहीं, उचित कर दरों से सरकार की वसूली सुनिश्चित होगी और इसके परिणामस्वरूप भारत के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी।
आशीष कुमार चौहान ने बताया कि हमेशा से मेरा यह विश्वास रहा है कि उचित कर दरों से कर अनुपालन बढ़ेगा और कर चोरी में कमी आएगी। इस कदम से कर दरों की जटिलता कम हो जाएगी और देश की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। उन्होंने 2017 में जीएसटी के ऐतिहासिक लागू होने का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सुधार भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। अब, नई जीएसटी संरचना से आने वाले वर्षों में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 8 प्रतिशत से अधिक हो सकती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद ने 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की दरों को समाप्त कर दिया। अब केवल 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दरें लागू रहेंगी। यह नया सिस्टम 22 सितंबर से प्रभावी होगा। इस निर्णय के बाद, कुछ व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों जैसे हेयर ऑयल, शैम्पू, टूथपेस्ट और डेंटल फ्लॉस की जीएसटी दर 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई है। इसी तरह, नमकीन, भुजिया, मिक्सचर और चबेना जैसे पैकेज्ड स्नैक्स पर भी 12 प्रतिशत की बजाय 5 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाएगा। यह कदम उपभोक्ताओं के लिए राहत का संकेत है, क्योंकि उनके खर्चों में कमी आएगी और उद्योगों को भी एक नई दिशा मिलेगी।
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