Flipkart Headquarter: भारत में अपना मुख्यालय बनाएगी फ्लिपकार्ट

खबर सार :-
देश की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक फ्लिपकार्ट कई वर्षों तक सिंगापुर में कारोबार करने के बाद अब अपना मुख्यालय सिंगापुर से वापस भारत लाने का निर्णय कर चुकी है। इसकी सबसे बड़ी वजह अगले साल भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ लाने की योजना है, जिसको कंपनी के अ

Flipkart Headquarter: भारत में अपना मुख्यालय बनाएगी फ्लिपकार्ट
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट भारत में घर वापसी का मन बना चुकी है। देश की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक फ्लिपकार्ट कई वर्षों तक सिंगापुर में कारोबार करने के बाद अब अपना मुख्यालय सिंगापुर से वापस भारत लाने का निर्णय कर चुकी है। इसकी सबसे बड़ी वजह अगले साल भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ लाने की योजना है, जिसको कंपनी के अधिकारी अंतिम रूप देने की कोशिशों में जुटे हैं।

मजबूत हो रही भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था

फ्लिपकार्ट कंपनी ने मंगलवार 22 अप्रैल को जारी एक बयान में कहा कि वह अपना मुख्यालय सिंगापुर से भारत में स्थापित करने जा रही है। इस कदम को देश में संभावित सार्वजनिक सूचीबद्धता की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा सकता है। इसकी मूल कंपनी वॉलमार्ट तकरीबन 17 साल पुरानी कंपनी को सार्वजनिक करने का लक्ष्य बना रही है। वर्तमान में फ्लिपकार्ट का मुख्यालय सिंगापुर में स्थित है। कंपनी ने कहा कि भारत में जन्मी और विकास करके दुनिया के कई देशों में कारोबार करने वाली कंपनी के रूप में यह बदलाव हमारे ग्राहकों, विक्रेताओं, भागीदारों और समुदायों की सेवा करने में अधिक सक्षम होगी। इससे निश्चित तौर पर हमारे ध्यान और तत्परता में बढ़ोत्तरी होगी, ताकि देश की बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था और उद्यमिता में योगदान जारी रखा जा सके। अब भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है और घरेलू तकनीकी फॉर्म में निवेशकों के दिलचस्पी भी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से फ्लिपकार्ट ने भारत वापस लौटने का फैसला किया है।

2007 में हुई थी कंपनी की शुरुआत

फ्लिपकार्ट की शुरुआत वर्ष 2007 में बेंगलुरु में हुई थी, लेकिन साल 2011 में विदेशी पूंजी को आकर्षित करने, टैक्स लाभों का फायदा लेने जैसे कई महत्वपूर्ण बिंदुओं के कारण कंपनी ने अपना मुख्यालय सिंगापुर स्थानांतरित कर दिया था। गोरतलब है कि सचिन बंसल और बिनी बंसल ने मिलकर एक ऑनलाइन बुक स्टोर के रूप में फ्लिपकार्ट की शुरुआत की थी, जो आज भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में से एक है। ये कंपनी ई-कॉमर्स क्षेत्र के अन्य बड़े खिलाड़ियों जैसे अमेजॉन आदि को सबसे अधिक कॉम्पटीशन दे रही है। अमेरिकी रिटेल दिग्गज वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट की 81 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर ली थी। इसके बदले उन्होंने 16 अरब डॉलर का भुगतान किया था। मौजूदा समय में वॉलमार्ट के पास फ्लिपकार्ट की 85 फीसदी हिस्सेदारी है।
 

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