Domestic Air Passengers: घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 11.3 प्रतिशत का इजाफा

खबर सार : -
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की रिपोर्ट के अनुसार मार्च में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 148.8 लाख तक पहुंचने का अनुमान है, जो कि सालाना आधार पर यात्रियों की संख्या में 11.3 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। यह फरवरी 2025 में 140.4 लाख यात्रियों से 5.9

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नई दिल्लीः दुनिया में सबसे कीमती समय होता है। इंसान अपना कीमती वक्त बचाने और मौसम की मार से बचने के लिए कम समय में लंबी दूरी तय करने की कोशिश करता है। इसीलिए घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की रिपोर्ट के अनुसार मार्च में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 148.8 लाख तक पहुंचने का अनुमान है, जो कि सालाना आधार पर यात्रियों की संख्या में 11.3 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। यह फरवरी 2025 में 140.4 लाख यात्रियों से 5.9 प्रतिशत वृद्धि है। 

2025 में 1657.1 लाख रही घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने हवाई यात्रियों को लेकर एक रिपोर्ट पेश की है, जिसके अनुसार वित्त वर्ष 2025 के लिए घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 1,657.1 लाख रही, जो सालाना आधार पर 7.8 प्रतिशत की वृद्धि और वित्त वर्ष 2020 में कोविड-पूर्व स्तर के 1,415.6 लाख से 17.1 प्रतिशत अधिक है। घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में मध्यम वृद्धि के अनुमान और वित्त वर्ष 2026 में अपेक्षाकृत स्थिर लागत वातावरण को देखते हुए भारतीय विमानन उद्योग का दृष्टिकोण स्थिर बना हुआ है। पिछले वित्त वर्ष के 11 महीनों के दौरान अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की संख्या सालाना आधार पर 14.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 309.5 लाख दर्ज की गयी है, जो कोविड-पूर्व स्तर के 218.1 लाख से 41.9 प्रतिशत अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में एयरलाइनों की क्षमता मार्च 2024 की तुलना में 8.5 प्रतिशत और फरवरी 2025 की तुलना में 10.7 प्रतिशत अधिक दर्ज की गयी थी। यह आकंड़ा वित्त वर्ष 2025 के लिए आईसीआरए के अनुमानों के अनुसार 7 से 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के अनुरूप था।

पैसेंजर लोड फैक्टर पहुंचा 88.2 प्रतिशत तक पहुंचा

घरेलू विमानन उद्योग मार्च 2025 में 88.2 प्रतिशत के पैसेंजर लोड फैक्टर यानी पीएलएफ पर संचालित होगा, जबकि मार्च 2024 में यह 86.0 प्रतिशत पर था, वित्त वर्ष 2025 के लिए 87.0 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2024 में यह 88.0 प्रतिशत दर्ज किया गया था। अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक, अप्रैल, जून, सितंबर, अक्टूबर, जनवरी और मार्च 2025 के महीनों में एटीएफ की कीमतें सालाना आधार पर कम थीं, जिसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2025 में एटीएफ की औसत कीमतें सालाना आधार पर 8 प्रतिशत कम रहीं। रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल 2025 में एटीएफ की कीमतों में क्रमिक रूप से 6.1 प्रतिशत की गिरावट आई और सालाना आधार पर 12.9 प्रतिशत कम रही। रिपोर्ट में एयरलाइंस की इनपुट लागत में वृद्धि के अनुपात में 'किराया वृद्धि' करना, उनके लाभ मार्जिन का विस्तार करने में अहम होगा। 

 

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