India boycott Turkiye: भारत से पंगा लेना पड़ा भारी, तुर्कीये की कंपनी सेलेबी के शेयर 30 प्रतिशत तक लुढ़के

खबर सार :-
भारत सरकार ने ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्कीये के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। सरकार ने तुर्कीये के राष्ट्रपति इर्दोगन की बेटी सुमैये की कंपनी के साथ सिक्योरिटी क्लीयरेंस रद्द कर दिया है। सरकार ने दुश्मन देश पाकिस्तान को मदद करने वाले तुर्कीये के खिलाफ जनता की तरफ से बॉयकाट की मांग को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया है। सरकार भविष्य में और भी कठोर निर्णय ले सकती है।

खबर विस्तर : -

नई दिल्लीः दुनिया के किसी भी मुल्क में प्राकृतिक आपदा आती है, तो सबसे पहले भारत उस देश की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाता है। 2023 में जब तुर्कीये में भूकंप आया और प्राकृतिक आपदा में 60 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई, तो भारत सरकार ने सबसे पहले मदद भेजी थी। इसमें राशन और दवाओं के अलावा बदहाल हो चुके तुर्कीये का इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने में भी सरकार ने अपनी टीम को करीब तीन महीने तक वहां रुककर दुरुस्त करने का काम सौपा था, लेकिन जब पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों के ठिकानों को भारतीय सेना ने निशाना बनाया और युद्ध के हालात उत्पन्न होने लगे तो तुर्कीये ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया। तुर्कीये की सरकार के इस कदम को भारत सरकार ने गंभीरता से लिया और अब उसके साथ एक-एक कर सभी प्रकार के व्यापारिक रिश्तों को खत्म करने की शुरुआत कर दी है, जिसका असर अर्थव्यवस्था पर भी दिखने लगा है। भारत में सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द होने के बाद तुर्की की ग्राउंड-हेंडलिंग कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज के शेयर में शुक्रवार को 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। बीते चार कारोबारी सत्रों में सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज का शेयर करीब 30 प्रतिशत फिसल चुका है।

तुर्कीये के राष्ट्रपति एर्दोगन की बेटी सुमैये की कंपनी पर निशाना

सेलेबी कंपनी की शुरुआत 2008 में हुई थी। अपनी शुरुआत के बाद से ही सेलेबी ने भारत के विमानन क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है। रिपोर्टों के अनुसार, फर्म का आंशिक स्वामित्व तैयप एर्दोगन की बेटी सुमेये एर्दोगन के पास है। सुमैये एर्दोगन की शादी सेल्कुक बेराकटार से हुई है, जिनकी कंपनी बेराकटार सैन्य ड्रोन का निर्माण करती है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ किया था। तुर्कीये की सरकार के लिए पाकिस्तान का साथ देना भारी पड़ रहा है। भारत सरकार ने व्यापारियों और जनता की विशेष डिमांड पर सेलेबी कंपनी के साथ व्यापारिक रिश्तों को खत्म करने की शुरुआत कर दी है। इसका असर कंपनी के शेयर बाजार पर भी पड़ रहा है। ताजा आंकड़ों पर गौर करें, तो शुक्रवार को इस्तांबुल में कंपनी के शेयर में 222 अंक या 10 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 2,002 पर कारोबार कर रहा था। बाजार विश्लेषकों के मुताबिक पिछले चार सत्रों में यह गिरावट करीब 30 प्रतिशत तक पहुंच गई। तुर्की की कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बीच पिछले कुछ दिनों से शेयर में दबाव था।

तुर्कीये खुलकर कर रहा पाकिस्तान का सहयोग

'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान तुर्कीये ने खुलकर पड़ोसी देश का साथ दिया था, जिसके बाद से लगातार पूरे देश में तुर्कीये की कंपनियों के बायकॉट की मांग उठ रही है। नागर विमानन मंत्रालय ने 15 मई को राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सिक्योरिटी क्लियरेंस को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। नागर विमानन एवं सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने इस बात की पुष्टि भी की है। उन्होंने बताया कि नागर विमानन मंत्रालय ने सेलेबी कंपनी की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। राष्ट्र की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसकी क्रम में  नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के निर्देशानुसार, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (आईजीआईए) पर ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो ऑपरेशन के लिए जिम्मेदार सेलेबी के साथ कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया है। यही नहीं, अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने मुंबई और अहमदाबाद एयरपोर्ट पर तुर्की की कंपनी सेलेबी के साथ ग्राउंड हैंडलिंग समझौते को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है। भारत सरकार के सरकार के आदेश के बाद, बेंगलुरू के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सेलेबी एविएशन का ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेशन निलंबित कर दिया गया है।

कंपनी ने गंभीर आरोपों को किया खारिज

सेलेबी भारत में दो संस्थाओं के तहत काम करती है। इनमें ग्राउंड हैंडलिंग के लिए सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया और दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कार्गो सेवाओं के लिए सेलेबी दिल्ली कार्गो टर्मिनल मैनेजमेंट इंडिया शामिल हैं। कंपनी का संयुक्त उद्यम, सेलेबी एनएएस एयरपोर्ट सर्विसेज, मुंबई एयरपोर्ट पर लगभग 70 प्रतिशत ग्राउंड संचालन का प्रबंधन करता है और हैदराबाद, कोचीन और चेन्नई सहित नौ शहरों में अपनी उपस्थिति बनाए रखता है। सेलेबी के परिचालन का दायरा संवेदनशील हवाई अड्डे के कार्यों तक फैला हुआ है, जिसमें यात्री संचालन, भार नियंत्रण, उड़ान संचालन, रैम्प सेवाएं, सामान्य विमानन, कार्गो संचालन, डाक सेवाएं और ब्रिज संचालन शामिल हैं। हालांकि, कंपनी के खिलाफ बढ़ती जांच के बीच, सेलेबी एविएशन इंडिया ने उन दावों को खारिज कर दिया है, जिसमें मंजूरी रद्द करने को राजनीतिक संबद्धता से जोड़ा गया है, खासकर तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन की बेटी से जुड़े आरोपों को। कंपनी ने ऐसे आरोपों को भ्रामक और तथ्यात्मक रूप से गलत बताकर अपनी संस्थागत विश्वसनीयता पर जोर दिया है।

अन्य प्रमुख खबरें