लखनऊः कृषि भवन के सभाकक्ष में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही की अध्यक्षता में कृषि विभाग द्वारा संचालित राज्य योजनाओं के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक के दौरान खरीफ-25 में धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, उर्द, मूंग, अरहर, तिल, सोयाबीन, मूंगफली, कोंदो, सांवा एवं मडुआ (रागी) के लिए 12.45 लाख कुंतल प्रमाणित बीजों के वितरण पर चर्चा की गई। नवीन उन्नतशील प्रजातियों की भारत सरकार के अभिजनक बीज 323 कुंतल की मांग, खरीफ-25 में 655386 बीज मिनीकिट के वितरण का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।
बुन्देलखंड गौ आधारित प्राकृतिक खेती योजना के अन्तर्गत 23500 हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती की प्रगति के साथ ही मृदा में पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाने पर जोर देने के लिए कहा। उन्होंने मृदा की स्वास्थ्य सुधार के उद्देश्य से 14.50 लाख जैव उर्वरक की योजना की प्रगति मांगी। उन्होंने बताया कि मृदा में सल्फर की मात्रा बढ़ाने तथा क्षारीय एवं लवणीय मृदा के सुधार को प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके 75 प्रतिशत अनुदान पर 68 जनपदों में जिप्सम की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए 15 करोड़ की कार्ययोजना की प्रगति इत्यादि कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
इसके अतिरिक्त बीहड़, बंजर सुधार के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 में 10781 लाख रू0 से 35600 हेक्टेयर भूमि का उपचार कराने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। बैठक के अन्त में कृषि मंत्री द्वारा सभी योजना के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वर्ष 2025-26 के लक्ष्य की प्रगति के लिए सामयिक समीक्षा करते रहें। लाभार्थियों को कृषि निवेश यथा-बीज, जैव उर्वरक, जिप्सम इत्यादि की उपलब्धता समय से सुनिश्चित करें। बैठक में प्रमुख सचिव, (कृषि) रविन्द्र, विशेष सचिव (कृषि) टीके शिबु, प्रबन्ध निदेशक, यूपी बीज विकास निगम, डा0 पंकज त्रिपाठी, निदेशक, यूपी बीज प्रमाणीकरण संस्था एवं अन्य कृषि विभाग के सभी योजनाधिकारी उपस्थित रहे।
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