Meta Alert पर यूपी पुलिस की फुर्ती, 16 मिनट में पहुंचकर बचाई युवक की जान

खबर सार :-
Meta Alert : उन्नाव में एक युवक द्वारा इंस्टाग्राम पर आत्महत्या का प्रयास दर्शाने वाली पोस्ट पर मेटा ने अलर्ट भेजा। यूपी पुलिस ने मात्र 16 मिनट में मौके पर पहुंचकर युवक की जान बचाई। यह घटना सोशल मीडिया निगरानी और पुलिस की तत्परता का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिससे 1460 जानें बच चुकी हैं।

Meta Alert पर यूपी पुलिस की फुर्ती, 16 मिनट में पहुंचकर बचाई युवक की जान
खबर विस्तार : -

उन्नाव : बिहार थाना क्षेत्र में एक 19 वर्षीय युवक की जान उस समय बचाई जा सकी जब सोशल मीडिया पर आत्महत्या का संकेत देने वाली पोस्ट पर मेटा कंपनी ने अलर्ट भेजा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मात्र 16 मिनट में मौके पर पहुंचकर युवक को फांसी लगाकर खुदकुशी करने से रोक लिया।

मेटा की सूचना पर पुलिस हुई सतर्क

घटना 13 अक्टूबर 2025 की रात करीब 8ः35 बजे की है, जब युवक ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में वह छत के पंखे से दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या का प्रयास करता दिखाई दे रहा था। मेटा कंपनी ने इस पोस्ट को गंभीरता से लिया और तत्काल लखनऊ स्थित पुलिस महानिदेशक कार्यालय के सोशल मीडिया सेंटर को ईमेल के माध्यम से सूचित किया। पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। सोशल मीडिया सेंटर ने युवक के मोबाइल नंबर के आधार पर उसकी लोकेशन ट्रेस की और उन्नाव पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलते ही बिहार थाना के उपनिरीक्षक अपनी टीम के साथ युवक के घर पहुंचे।

10 अक्टूबर 2025 तक कुल 1460 लोगों की जान बचाई गई

घर की छत नीची होने के कारण युवक लटक नहीं पाया था, लेकिन वह गले में फंदा कसने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने समय रहते फंदा हटाया और युवक को सुरक्षित नीचे उतारा। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह एक लड़की से प्रेम करता था, लेकिन बातचीत बंद हो जाने से वह अवसाद में चला गया और आत्महत्या का विचार आया। पुलिस ने युवक की काउंसलिंग की और उसे भविष्य में ऐसा कदम न उठाने का आश्वासन दिलवाया। युवक के परिजनों ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस और मेटा कंपनी के बीच 2022 से एक विशेष सहयोग प्रणाली सक्रिय है, जिसके तहत फेसबुक या इंस्टाग्राम पर आत्महत्या से जुड़ी पोस्ट पर मेटा तत्काल पुलिस को अलर्ट भेजता है। इस व्यवस्था के तहत 1 जनवरी 2023 से 10 अक्टूबर 2025 तक कुल 1460 लोगों की जान बचाई जा चुकी है।

अन्य प्रमुख खबरें