हत्या के मामले में 50,000 रुपये का इनामी अभियुक्त प्रमोद सिंह गिरफ्तार

Summary : उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने देवरिया के थाना बनकटा क्षेत्र में हत्या के एक मामले में 50,000 रुपये के इनामी अभियुक्त प्रमोद सिंह को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने जनपद देवरिया के थाना बनकटा क्षेत्र में हत्या के एक चर्चित मामले में वांछित और 50,000 रुपये के इनामी अभियुक्त प्रमोद सिंह को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। यह गिरफ्तारी आज सुबह 04ः05 बजे बनकटा क्षेत्र के सुंदरपार तिराहे संें की गई। अभियुक्त पर हत्या, शराब तस्करी और आपराधिक रंजिश से जुड़े कई संगीन मामले दर्ज थे।
गिरफ्तार अभियुक्त प्रमोद सिंह देवरिया के बनकटा क्षेत्र के ग्राम अहिरौली का निवासी है। वह थाना बनकटा में दर्ज मुकदमा संख्या 42/2023 (धारा 147, 307, 506 भादवि) और मुकदमा संख्या 214/2024 (धारा 103(1), 61(2)(ए) बीएनएस) में वांछित था। इन मामलों में उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ की टीम ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए उसे धर दबोचा।
एसटीएफ को पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में इनामी अपराधी सक्रिय होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इस संबंध में पुलिस उपाधीक्षक प्रमेश कुमार शुक्ला के नेतृत्व में एसटीएफ की टीमें अभिसूचना संकलन और कार्रवाई में जुटी थीं। 8-9 अप्रैल की रात को देवरिया में भ्रमण के दौरान टीम को सूचना मिली कि प्रमोद सिंह सुंदरपार तिराहे के पास मौजूद है और भागने की फिराक में है। इसके बाद उपनिरीक्षक जावेद आलम सिद्दीकी के नेतृत्व में टीम ने त्वरित कार्रवाई कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में प्रमोद सिंह ने बताया कि उसकी अपने पड़ोसी गांव जंजीरहा के प्रधान अजीत सिंह उर्फ जड़ी सिंह से व्यावसायिक रंजिश थी। दोनों अवैध शराब तस्करी के धंधे में शामिल थे। 25 फरवरी 2023 को एक तिलक समारोह के दौरान दोनों पक्षों में विवाद हुआ, जिसके बाद फायरिंग की घटना हुई। इस मामले में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ थाना बनकटा में मुकदमे दर्ज कराए थे। प्रमोद ने बताया कि जड़ी सिंह ने बिहार पुलिस से मुखबिरी कर उसे अवैध शराब के साथ पकड़वाया था, जिसके बाद वह गोपालगंज जेल में बंद रहा। वहां उसकी मुलाकात राजू चौरसिया और अखिलेश उर्फ दरोगा कुशवाहा से हुई, जो हत्या के मामले में जेल में थे।
प्रमोद ने आगे खुलासा किया कि जेल में ही उसने जड़ी सिंह की हत्या की साजिश रची। जड़ी सिंह को जुआ खेलने का शौक था और वह हर साल दीपावली पर सोहनपुर में पंकज जायसवाल के घर जुआ खेलता था। 31 अक्टूबर 2024 को दीपावली के दिन प्रमोद ने अपने साथियों के साथ मिलकर जड़ी सिंह पर पिस्टल और तमंचे से फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद से वह फरार था और बिहार के विभिन्न स्थानों पर छिपता रहा। गिरफ्तारी के दिन वह अपने परिवार से मिलने आया था और वापस बिहार भागने की योजना बना रहा था। प्रमोद सिंह का आपराधिक रिकॉर्ड लंबा है। उसके खिलाफ थाना बनकटा और बिहार के थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या का प्रयास, मारपीट, शराब तस्करी और एससी-एसटी एक्ट जैसे संगीन मामले शामिल हैं। गिरफ्तार अभियुक्त को थाना बनकटा पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जहां उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है। एसटीएफ की इस सफलता को क्षेत्र में अपराध पर नकेल कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
 

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