पूर्व विधायक दीप नारायण यादव की तलाश तेज, पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन हाथ लगी सिर्फ ताला-बंदी

खबर सार :-
पूर्व विधायक दीप नारायण यादव की तलाश में झांसी पुलिस ने सोमवार को कई स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन हर जगह ताला-बंदी ही मिली। परिवार और रिश्तेदार भी लापता हैं। अखिलेश यादव के वायरल बयान के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की है। एसपी सिटी ने बताया कि पूर्व विधायक की खोज निरंतर जारी है।

पूर्व विधायक दीप नारायण यादव की तलाश तेज, पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन हाथ लगी सिर्फ ताला-बंदी
खबर विस्तार : -

झांसी : समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीप नारायण यादव की मुश्किलें लगातार गहराती जा रही हैं। सोमवार को पुलिस की कई टीमें उनके संभावित ठिकानों की खोज में निकलीं, लेकिन हर जगह सिर्फ ताले ही मिले। स्थिति यह रही कि न सिर्फ पूर्व विधायक, बल्कि उनके करीबी रिश्तेदार भी अपने घरों पर मौजूद नहीं थे और कई स्थानों पर घर पूरी तरह बंद मिले।

सूत्रों के अनुसार रविवार को सोशल मीडिया पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक बयान तेज़ी से वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने एक पुलिस अधिकारी पर पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई बढ़ाने का आरोप लगाया था। इस बयान के बाद पुलिस विभाग में हलचल मच गई और पूरे दिन इसे लेकर चर्चाएँ जारी रहीं। सोमवार सुबह होते ही थाना नवाबाद, सीपरी बाजार, सदर बाजार और मौठ की टीमें सक्रिय हुईं और छापेमारी अभियान शुरू किया। सबसे पहले पुलिस मून सिटी स्थित पूर्व विधायक के आवास पर पहुँची, जहाँ न परिवार का कोई सदस्य मिला और न ही किसी तरह की गतिविधि-दरवाज़े पर सिर्फ ताला लटका मिला।

इसके बाद पुलिस टीम सीता होटल के पीछे स्थित उनके भाई बबलू अन्ना के घर पहुँची। यहाँ भी दरवाज़ा बंद था और केवल केयरटेकर मौजूद मिला, जिसने पूछताछ में किसी जानकारी से इनकार कर दिया। सीपरी बाजार में लाहरगिर्द क्षेत्र स्थित फार्म हाउस पर भी पुलिस को खाली घर ही मिला। मौठ के गुडावली समेत कई इलाकों में दविश देने के बावजूद पुलिस को उनके बारे में कोई सुराग नहीं मिला। हर जगह एक जैसी स्थिति दिखाई पड़ी-खाली घर, बंद दरवाज़े और परिजन लापता।

एसपी सिटी प्रीति सिंह ने पुष्टि की कि पूर्व विधायक की तलाश तेज़ कर दी गई है और उनके बाहर जिलों में भी होने की संभावना को देखते हुए बहुस्तरीय खोज अभियान शुरू किया गया है। पुलिस का कहना है कि उनकी लोकेशन का पता लगाने के लिए लगातार निगरानी और पूछताछ जारी है। पूर्व विधायक के लगातार गायब रहने से राजनीतिक हलकों में भी चर्चाओं का दौर गर्म है और पुलिस की सतर्कता बढ़ा दी गई है।

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