Cyclone Ditwah Impact: तमिलनाडु में हालिया तेज हवाओं और भारी बारिश ने सैकड़ों एकड़ में फैले केले के बागानों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। विशेष रूप से थूथुकुडी के एरल व कुरुंबूर, तिरुनेलवेली के कलक्कड़, और तेनकासी जिले के पावूरचत्रम व अलंगुलम जैसे प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में फसलों का बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया। इससे कार्तिगई दीपम त्योहार से ठीक पहले केले के पत्तों की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। किसानों के अनुसार, इस बार नुकसान इतना अधिक है कि कई खेतों में पूरी फसल गिर चुकी है, जिससे बाजार में पत्तों की उपलब्धता एकदम घट गई है।
सप्लाई में आई भारी गिरावट का सीधा असर मंडियों पर पड़ा। कई होलसेल मार्केट्स में 200–240 पत्तों वाले एक बंडल की कीमत 3,200 से 3,500 रुपये तक पहुंच गई, जबकि बारिश से पहले यह रेट 600 रुपये से ज्यादा नहीं था। आयुध पूजा के समय कीमतों का बढ़ना आम बात है, लेकिन किसानों का कहना है कि यह पहली बार है जब त्योहार के अलावा केवल बारिश से हुए नुकसान के कारण इतनी तेज बढ़ोतरी देखी गई है। मदुरै के मट्टुथवानी सेंट्रल मार्केट में 200 पत्तों का बंडल 1,000–1,500 रुपये में बिका, जबकि नागरकोइल एपीपीटीए मार्केट में 150 पत्तों का बंडल 800–1,000 रुपये में बेचा गया—जो सामान्य दिनों में 250–300 रुपये होता है। तिरुचि के गांधी मार्केट में भी कीमतें बढ़कर 1,000 रुपये प्रति बंडल पहुंच गईं, और व्यापारियों का कहना है कि यह बढ़ोतरी केवल एक दिन में ही दर्ज की गई।
होलसेल की उछाल का असर रिटेल बाजारों में भी साफ दिखा। चेन्नई और मदुरै जैसी शहरों की रिटेल दुकानों में पांच पत्तों का एक सेट 80–90 रुपये में बिका। आम दिनों में यही कीमत 20–25 रुपये के आसपास रहती है। शादी-ब्याह की तैयारियों, होटल व्यवसाय और कैटरिंग यूनिट्स को इस महंगाई का बड़ा झटका लगा है, क्योंकि तमिलनाडु में खाने परोसने में केले के पत्तों का व्यापक उपयोग होता है।
राज्यभर में कीमतों की आग के बीच थेनि जिला एकमात्र ऐसा क्षेत्र रहा जहां दामों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। स्थानीय किसानों ने लगातार कटाई और पर्याप्त सप्लाई के जरिए बाजार को स्थिर रखा। वहीं, तंजावुर जिले में लगातार तीन दिन तक बारिश के कारण कटाई रुकने से 100 पूरे पत्तों की कीमतें तीन गुना तक बढ़ गईं।
किसानों का कहना है कि भारी नमी के कारण कटे हुए पत्तों में भी खराबी बढ़ रही है, जिससे परिवहन योग्य मात्रा कम हो गई है। व्यापारी भी भविष्य के लिए चिंतित हैं, क्योंकि यदि बारिश की स्थिति नहीं सुधरी तो आगामी सप्ताहों में कीमतें और बढ़ सकती हैं।
अन्य प्रमुख खबरें
जिला कारागार में बंदियों का कर्तव्य और मेहनताना: परिवार की सहायता और सजा में छूट
बांदाः पुलिस और न्यायालय के गठजोड़ में फर्जी जमानत के बड़े खुलासे
शाहजहांपुर में बैंक शाखा प्रबंधकों के साथ साइबर सुरक्षा पर गोष्ठी आयोजित
बांदा में फर्जी बीमा कंपनी का पर्दाफाश, तीन आरोपी गिरफ्तार
अयोध्या में 52 एकड़ में बनेगा वर्ल्ड-क्लास मंदिर संग्रहालय: टाटा ग्रुप करेगा निर्माण और संचालन
UP Police Transfer: लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने चार थानों के प्रभारी बदले, जानें कहां किसको मिली तैनाती
जिलाधिकारी आवास पर डीएम के साथ बीएलओ ने किया भोजन, किए गए सम्मानित
विश्व एड्स दिवस पर हस्ताक्षर अभियान एवं जागरूकता रैली का आयोजन
सड़क हादसे में बाइक सवार दंपति समेत 3 लोग हुए गम्भीर रूप से घायल
झूठी शिकायत मिलने पर डीएम ने की बड़ी कार्रवाई, ग्राम पंचायत अधिकारी सस्पेंड
भाजपा के प्रेम कुमार सर्वसम्मति से बने बिहार विधानसभा अध्यक्ष