Speed ​​Skating World Championship 2025: 22 वर्षीय आनंदकुमार ने जीता गोल्ड, पीएम मोदी ने दी बधाई

खबर सार :-
आनंदकुमार वेलकुमार की ऐतिहासिक जीत भारतीय खेलों के लिए महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। उनका गोल्ड मेडल जीतना न केवल स्पीड स्केटिंग के क्षेत्र में भारत का पहला गोल्ड है, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने का भी काम करेगा। उनका समर्पण और संघर्ष आने वाले समय में अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

Speed ​​Skating World Championship 2025: 22 वर्षीय आनंदकुमार ने जीता गोल्ड, पीएम मोदी ने दी बधाई
खबर विस्तार : -

नई दिल्ली: भारत के युवा स्केटर आनंदकुमार वेलकुमार ने स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में ऐतिहासिक जीत हासिल की है। उन्होंने 1,000 मीटर स्प्रिंट रेस में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया। यह वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का पहला गोल्ड मेडल है, जो भारतीय स्पीड स्केटिंग के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आनंदकुमार की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी और लिखा, उनके धैर्य, गति और जोश ने उन्हें भारत का पहला विश्व चैंपियन बनाया है। उनकी सफलता अनगिनत युवाओं को प्रेरित करेगी।

चीन के बेइदाइहें में हो रही चैंपियनशिप

आनंदकुमार वेलकुमार, जिन्होंने चीन के बेइदाइहे में आयोजित स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की, ने 1,000 मीटर स्प्रिंट में 1:24.924 मिनट का समय लेकर गोल्ड जीता। यह उनकी अद्वितीय क्षमता और कड़ी मेहनत का परिणाम है, जिससे उन्हें यह सम्मान प्राप्त हुआ। इससे पहले उन्होंने 500 मीटर स्प्रिंट में ब्रॉन्ज मेडल भी जीता था, और भारत को पहला सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल दिलाया था। आनंदकुमार ने इस स्प्रिंट को 43.072 सेकंड में पूरा किया था।

भारत ने स्पीड स्केटिंग में जीते दो गोल्ड

आनंदकुमार की जीत के साथ ही भारत ने स्पीड स्केटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के 1,000 मीटर स्प्रिंट में जूनियर और सीनियर दोनों कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीते हैं। जूनियर वर्ग में स्केटर कृष शर्मा ने भी 1,000 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड जीता, जो भारतीय स्पीड स्केटिंग की एक और बड़ी उपलब्धि है।

कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर चुके हैं आनंद

आनंदकुमार तमिलनाडु के रहने वाले हैं और अपने खेल के अलावा पढ़ाई में भी अव्‍वल हैं। उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की है और अपनी शिक्षा पूरी करने के साथ-साथ स्केटिंग में भी लगातार उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें इस उपलब्धि तक पहुँचाया, जो भारतीय खेलों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। यह उपलब्धि न केवल स्पीड स्केटिंग जैसे कम प्रसिद्ध खेल को पहचान दिलाएगी, बल्कि यह भारत में युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी कि वे किसी भी खेल में अपनी मेहनत और समर्पण से उच्चतम स्तर तक पहुँच सकते हैं। आनंदकुमार की इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि अगर लगन और मेहनत सही दिशा में हो, तो किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।

 

 

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