GST Relief: कैंसर और आवश्यक दवाओं पर जीएसटी में कटौती का जीएसटी परिषद का फैसला 'सराहनीय': आईएमए

खबर सार :-
जीएसटी परिषद द्वारा कैंसर और आवश्यक दवाओं पर जीएसटी में कटौती का निर्णय भारत में स्वास्थ्य सेवा को अधिक किफायती और सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम लाखों मरीजों को राहत देगा और स्वास्थ्य देखभाल की लागत को कम करेगा, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य संरचना मजबूत होगी। आईएमए ने इस फैसले की सराहना की है।

GST Relief:  कैंसर और आवश्यक दवाओं पर जीएसटी में कटौती का जीएसटी परिषद का फैसला 'सराहनीय': आईएमए
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः  इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सोमवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद द्वारा कैंसर से संबंधित और अन्य आवश्यक दवाओं पर जीएसटी में कटौती का फैसला एक सराहनीय कदम है। आईएमए ने अपने बयान में कहा कि इस फैसले से देशभर में लाखों मरीजों के लिए स्वास्थ्य सेवा को और अधिक किफायती और सुलभ बनाया जा सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि महत्वपूर्ण दवाओं पर जीएसटी में कमी सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, जिससे कैंसर, पुरानी बीमारियों और जानलेवा संक्रमणों से जूझ रहे मरीजों को मदद मिल सकेगी।

जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों में आएगी कमी

आईएमए ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए इस बदलाव से जीवन रक्षक दवाओं की कीमतों में कमी आएगी और यह विशेष रूप से उन रोगियों के लिए सहायक होगा जिन्हें गंभीर चिकित्सा स्थितियों से जूझना पड़ रहा है। इस ऐतिहासिक फैसले में जीएसटी दरों को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत किया गया है और कुछ दवाओं पर शून्य प्रतिशत कर लागू किया गया है। इस कदम से कैंसर और दुर्लभ बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की उपलब्धता बढ़ेगी और उनकी कीमतें घटेंगी।

इन दवाओं पर जीएसटी में छूट की अपील

आईएमए ने विशेष रूप से कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और लक्षित चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के लिए जीएसटी छूट की सिफारिश की। इसके अलावा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी बीमारियों और अस्थमा जैसी पुरानी बीमारियों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवाओं पर भी जीएसटी में छूट की अपील की गई है। आईएमए ने यह भी सुझाव दिया कि सरकार को अस्पतालों में भर्ती के लिए जीएसटी पूरी तरह से हटा देना चाहिए, साथ ही स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर भी जीएसटी छूट प्रदान करनी चाहिए, जिससे अधिक लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल सके। आईएमए ने कहा कि इस तरह के कदम से मरीजों पर वित्तीय बोझ कम होगा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में समग्र सुधार होगा।

अन्य प्रमुख खबरें