RSS On BJP President : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने इस आम धारणा को पूरी तरह से गलत बताया है कि आरएसएस ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी बड़े फैसले लेता है। दिल्ली में आरएसएस शताब्दी व्याख्यान श्रृंखला के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार चलाने और अपने आंतरिक मामलों के संचालन में पूरी तरह स्वतंत्र है।
भागवत ने जोर देकर कहा कि संघ केवल सुझाव दे सकता है, लेकिन वह भाजपा की निर्णय प्रक्रिया में कभी हस्तक्षेप नहीं करता। उन्होंने कहा कि यह बात पूरी तरह से गलत है कि सब कुछ संघ तय करता है। उन्होंने तर्क दिया कि जिस काम में कोई विशेषज्ञ होता है, सलाह उसी की सुनी जाती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस संगठन चलाने में विशेषज्ञ है, जबकि भाजपा देश चलाने में। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में पूछा कि अगर हम सब कुछ तय कर रहे होते तो क्या भाजपा अध्यक्ष के चयन में इतना समय लगता?
संघ और सरकार के संबंधों पर भागवत ने कहा कि आरएसएस केंद्र और राज्य सरकारों, चाहे वे किसी भी दल की हों, के साथ अच्छा तालमेल रखता है। उन्होंने भारत की शासन प्रणाली में आंतरिक विरोधाभास होने की बात भी स्वीकार की, जो काफी हद तक अंग्रेजों से विरासत में मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठे व्यक्ति को बाधाओं से जूझना पड़ता है, भले ही वह संघ से जुड़ा क्यों न हो।
भागवत ने यह भी कहा कि मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन इसका मतलब झगड़ा नहीं है। उन्होंने ट्रेड यूनियनों और लघु उद्योग निकायों के उदाहरण दिए, जिनके बीच अक्सर मतभेद होते हैं। उन्होंने दोहराया कि संघ और भाजपा एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं, लेकिन मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, जो कि स्वाभाविक हैं।
अन्य प्रमुख खबरें
नेपाल की काठमांडू जेल से फरार पाकिस्तानी महिला भारत में गिरफ्तार, पूछताछ में किया ये खुलासा
Durgapur rape case: पीड़िता के पिता बोले- इस राज्य पर भरोसा नहीं, मेडिकल समुदाय में आक्रोश
बंगाल में एक और मेडिकल स्टूडेंट के साथ सामूहिक दुष्कर्म, मचा बवाल
पंजाब में हत्या कर भागे अपराधी मुठभेड़ में गिरफ्तार, बड़ी घटना को देने वाले थे अंजाम
IPS पूरन कुमार सुसाइड मामले में बड़ा एक्शन, रोहतक एसपी पद से हटाए गए
चैतन्यानंद सरस्वती की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित, अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को
West Bengal: टीएमसी नेता व मंत्री सुजीत बोस के 10 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी
एमपी और राजस्थान के बाद इस राज्य में भी बैन हुई ‘कोल्डरिफ’ कफ सिरप, कई बच्चों की हुई मौत
देश भर में दलितों के खिलाफ हिंसा, प्रियंका ने उठाया आईपीएस पूरन, गवई और वाल्मिकी का मामला
असम में 2026 का रणः भाजपा के लिए सत्ता बनाए रखना कठिन, रणनीति पर दो दिवसीय महामंथन जारी
Did You Know : मथुरा के सुरीर में सुहागिनें नहीं रखतीं करवाचौथ का व्रत
डीजीसीए ने इंडिगो पर लगाया 20 लाख रुपये का जुर्माना, एयरलाइन आदेश को देगी चुनौती