'मिसाइल मैन' एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर PM मोदी समेत तमाम नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

खबर सार :-
Dr. APJ Abdul Kalam Jayanti 2025: भारत के अंतरिक्ष और मिसाइल विकास कार्यक्रमों से जुड़े डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक महान वैज्ञानिक के रूप में जाने जाते हैं। उनकी जयंती पर हर साल विश्व छात्र दिवस मनाया जाता है।

'मिसाइल मैन' एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर PM मोदी समेत तमाम नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
खबर विस्तार : -

Dr APJ Abdul Kalam Jayanti 2025: भारत के पूर्व राष्ट्रपति और "मिसाइल मैन" के नाम से प्रसिद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर पूरे देश में याद किया जा रहा है। एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया हैंडल "X" पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने डॉ. कलाम के योगदान पर प्रकाश डाला और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में उनके विचारों को प्रेरणादायक बताया।

PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, "डॉ. एपीजे. अब्दुल कलाम (Dr APJ Abdul Kalam Jayanti 2025) को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्हें एक ऐसे दूरदर्शी व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने युवा मन को प्रज्वलित किया और हमारे देश को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया। उनका जीवन हमें याद दिलाता है कि सफलता के लिए विनम्रता और कड़ी मेहनत ज़रूरी है। डॉ. कलाम का सपना एक मजबूत, आत्मनिर्भर और दयालु भारत का था, और हम उनके इस सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

इतना ही नहीं पीएम मोदी ने 1.07 मिनट का एक वीडियो भी साझा किया जिसमें वे कहते हैं, "कलाम साहब का जीवन इतना विशाल, व्यापक और गहन था कि उन्हें याद करने पर गर्व होता है, लेकिन एक टीस भी है कि काश वे हमारे बीच होते। यह शून्य सभी के लिए एक चुनौती है।" रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "हम दूरदर्शी वैज्ञानिक, प्रेरक नेता और सच्चे देशभक्त डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।"

तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था जन्म

डॉ. कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उनका पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है। वह केवल भारत के 11वें राष्ट्रपति थे, बल्कि एक भारतीय एयरोस्पेस वैज्ञानिक भी थे जिनके योगदान को आज भी याद किया जाता है। कलाम साहब ने भारत के अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों के विकास में उनकी भूमिका ऐतिहासिक रही। 2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे डॉ. कलाम अपनी सादगी और युवाओं से जुड़ाव के कारण जनता के बीच अपार लोकप्रियता हासिल की।  इसीलिए उनके जन्मदिन पर 15 अक्टूबर को हर साल छात्र दिवस भी मनाया जाता है। दुनिया भर में उन्हें भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है। 

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