बांदा में मानव तस्करी का खुलासा: ₹1.38 लाख में महिला की खरीद-फरोख्त, मुख्य आरोपी के साथी को पुलिस ने दबोचा

खबर सार :-
बांदा AHTU पुलिस ने मानव तस्करी के गंभीर मामले में मुख्य आरोपी के बाद उसके सहयोगी बलराम को भी गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उसे ₹1,38,000 में हरियाणा के व्यक्ति को बेचकर जबरन विवाह कराया गया। पुलिस ने साक्ष्य जुटाकर दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।

बांदा में मानव तस्करी का खुलासा: ₹1.38 लाख में महिला की खरीद-फरोख्त, मुख्य आरोपी के साथी को पुलिस ने दबोचा
खबर विस्तार : -

बांदा। मानव तस्करी के संवेदनशील मामले में थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) बांदा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उस आरोपी के साथी को गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर एक महिला को ₹1,38,000 में खरीदकर जबरन शादी कराने का आरोप लगा था। यह गिरफ्तारी पुलिस को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस लाइन के पीछे मोर्चरी के पास से की गई। पूरा मामला 22 नवंबर 2025 को तब सामने आया, जब जनपद चित्रकूट की एक विवाहित महिला ने AHTU बांदा में प्रार्थना पत्र देकर सनसनीखेज आरोप लगाए। पीड़िता के अनुसार, 20 नवंबर को उसकी ही मां मुन्नी और भाई जयनारायण उसे बहाने से बांदा लाए और हरियाणा निवासी कृष्ण कुमार पुत्र शिवराम के हाथ ₹1,38,000 में बेच दिया। पीड़िता का कहना था कि न सिर्फ उसे बेचा गया, बल्कि उसकी जबरन शादी भी करा दी गई, जबकि वह पहले से विवाहित है।

पीड़िता द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को देखते हुए पुलिस ने तत्काल विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के दौरान जुटाए गए विस्तृत बयान, तकनीकी और भौतिक साक्ष्यों तथा अन्य तथ्यात्मक जानकारियों के आधार पर मुख्य आरोपी कृष्ण कुमार को 25 नवंबर 2025 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था।

जारी प्रेस नोट के अनुसार, मामले में मुख्य आरोपी के सहयोगी एवं घटना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल बलराम पुत्र राजेन्द्र, निवासी ग्राम बडोकी, थाना हसनपुर, जिला पलवल (हरियाणा) को भी अब गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 04/25, धारा 143(2)/336(3) बीएनएस के तहत कार्रवाई दर्ज है। गिरफ्तारी करने वाली टीम में उपनिरीक्षक अनिल कुमार उपाध्याय (AHTU बांदा) एवं आरक्षी प्रशांत कुमार शामिल रहे, जिन्होंने बलराम को दबोचते ही मामले में एक और महत्वपूर्ण कड़ी जोड़ दी है। पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी और उसका यह साथी मिलकर पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने में शामिल थे। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट इस मामले को विशेष संवेदनशीलता के साथ देख रही है तथा जल्द ही अन्य संबंधित व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी।

अन्य प्रमुख खबरें