Waqf कानून को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भारी हंगामा, स्पीकर ने PDP विधायक को सदन से निकाला

Summary : Waqf Law: वक्फ कानून को लेकर सियासी दंगल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा (Jammu Kashmir Assembly) में मंगलवार को एक बार फिर वक्फ संशोधन एक्ट के मुद्दे पर सत्तारूढ़ नेशनल

Waqf Law: वक्फ कानून को लेकर सियासी दंगल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा (Jammu Kashmir Assembly) में मंगलवार को एक बार फिर वक्फ संशोधन एक्ट के मुद्दे पर सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और विपक्षी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP ) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (PC) के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। हंगामे के चलते स्पीकर अब्दुल रहीम राठेर को सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

Waqf Law:  विधानसभा में जमकर हुआ हंगामा

मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पीडीपी विधायक वहीद पारा और पीसी विधायक सज्जाद गनी लोन अपनी सीट से खड़े हो गए और वक्फ संशोधन एक्ट पर चर्चा की मांग करने लगे। इस दौरान एनसी विधायक सलमान सागर और सज्जाद गनी लोन के बीच जुबानी झड़प भी हुई। दोनों ने एक-दूसरे पर 'भाजपा के हाथों में खेलने' का आरोप लगाया।

सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थागित

हालांकि स्पीकर ने हंगामा कर रहे विधायकों से बार-बार अपनी सीटों पर जाने की अपील की, लेकिन स्थिति नियंत्रण में नहीं आई। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी और वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा की अनुमति देने से इनकार कर दिया। साथ ही इस अधिनियम पर चर्चा न करने के फैसले का विरोध करने पर पीडीपी विधायक वहीद पारा को विधानसभा परिसर से बाहर निकाल दिया गया। उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है और इसलिए सदन में इस पर चर्चा नहीं की जा सकती।

PDP के नेता ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण

विधानसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए वहीद पारा ने कहा कि देश के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर उमर अब्दुल्ला को वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा के लिए सदन में मौजूद रहना चाहिए था। उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जम्मू-कश्मीर मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, अगर पूरे भारत में कोई मुस्लिम मुख्यमंत्री है, तो वह जम्मू-कश्मीर में है। पूरे देश के 24 करोड़ मुसलमान इसे देख रहे हैं।"

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