यूपी की सभी 402 विधानसभाओं का बनेगा डेशबोर्ड, जनता तक पहुंचेगी विधायकों की आवाज़ : सतीश महाना

खबर सार :-
उत्तर प्रदेश सरकार आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस को बढ़ावा दे रही है। सरकारी विभागों के कामकाज में भी इसको उपयोग पर बल दिया जा रहा है। यूपी सरकार विधानसभा में भी आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का प्रयोग कर रही है। सभी विधायकों को एआई के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया है। विधान भवन में एआई कैमरे लगाने की योजना है। जल्द ही पॉडकास्ट भी शुरू होगा, जिसमें इच्छुक विधायकों का साक्षात्कार लिया जाएगा।

यूपी की सभी 402 विधानसभाओं का बनेगा डेशबोर्ड, जनता तक पहुंचेगी विधायकों की आवाज़ : सतीश महाना
खबर विस्तार : -

लखनऊ : चार दिनों तक चलने वाला यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का यह सत्र कई मामलों में बेहद खास होने वाला है। इस बार विधानसभा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक से लैस होगी। इसके लिए विधायकों का विशेष प्रशिक्षण कराया गया है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि यूपी की हर विधानसभा का अपना डैशबोर्ड होगा, जो जनता के लिए सूचनाओं का एक बड़ा भंडार होगा। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा, विधानसभा में आर्टीफिशियल इंटेलीजेंट यानी एआई तकनीक को क्रमवार तरीके से लागू करने की योजना है।

पहले चरण में विधायकों के प्रशिक्षण के साथ बुनियादी ढांचा को तैयार किया गया है। अगले चरण में विधानसभा से जुड़े सभी आंकड़ों को एकत्र किया जाएगा और हर विधानसभा के हिसाब से एक डैशबोर्ड बनाया जाएगा। इसमें विभागीय सूचनाओं के साथ-साथ जनता से जुड़ी जानकारियां भी शामिल होंगी। इसमें समाज के हर वर्ग की स्थिति का भी आकलन किया जाएगा। यह तो बस शुरुआत है, भविष्य में यह बहुत व्यापक रूप में सामने आएगा।" उन्होंने कहा कि एआई आधारित डैशबोर्ड में विभिन्न विषयों का डेटा होगा। 

अगले सत्र में लगेंगे एआई कैमरे, पॉडकास्ट भी जल्द होगा शुरू 

विधानमंडल के अगले यानी शीतकालीन सत्र में सदन में एआई कैमरे लगाए जाएंगे। एआई कैमरा विधान भवन में विधायकों की उपस्थिति और उनके भाषण के विषय में बताएगा। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा जल्द ही अपना पॉडकास्ट भी शुरू करेगी। इसकी तैयारी की जा रही है। महाना ने कहा कि इसमें रुचि रखने वाले विधायकों का साक्षात्कार लिया जाएगा और यह सामग्री उनके क्षेत्र की जनता तक पहुंचाई जाएगी। 'विजन 2047' पर 24 घंटे के विशेष चर्चा सत्र कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महाना ने बताया कि 11 और 12 अगस्त को विधानसभा की कार्यवाही चलेगी, जबकि 13 अगस्त को '2047 में यूपी का विजन डॉक्यूमेंट कैसा हो' विषय पर 24 घंटे से अधिक समय तक विशेष चर्चा होगी। इसमें सदस्यों के सुझाव भी शामिल किए जाएंगे, ताकि यूपी का एक मजबूत रोडमैप तैयार किया जा सके। 

ई-विधान को सबसे पहले लागू करने पर केंद्र से मिला प्रशंसा पत्र

विधानसभा अध्यक्ष महाना ने कहा कि इस सत्र में विधायकों को चिप वाले पास दिए जाएंगे, जिससे उन्हें और सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सदन की कार्यसंस्कृति में बड़ा बदलाव आया है। पहले विधायकों की कार्यवाही में रुचि अपेक्षाकृत कम रहती थी, लेकिन अब वे अपने क्षेत्र और शहर के महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने और उन पर सकारात्मक चर्चा करने में सक्रिय हैं। महाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा 25 करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करती है और सभी की आकांक्षा है कि इसका नाम देश-दुनिया में शीर्ष पर हो। उन्होंने कहा कि यह गौरवशाली स्थान केवल भव्य भवन के कारण ही नहीं, बल्कि ई-विधान प्रणाली और प्रभावी कार्यप्रणाली के कारण भी है। ई-विधान को सबसे पहले लागू करने के लिए हमें केंद्र सरकार से प्रशंसा पत्र भी मिला है।

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