ईरान का परमाणु कार्यक्रम नहीं हुआ बर्बाद

खबर सार :-
डोनाल्ड ट्रंप इस बात का दावा कर रहे थे कि ईरान पर बमबारी कर उनके सैनिकों ने ईरान के तीन परमाणु साइट्स नष्ट कर दिए हैं। अब यह बात सामने आ रही है कि हमले से पहले ही काफी चीजें ईरान सुरक्षित कर चुका था। उधर तमाम देश अमेरिका की दखलंदाजी पर खफा है।

ईरान का परमाणु कार्यक्रम नहीं हुआ बर्बाद
खबर विस्तार : -

लखनऊ, बीते दिनों अमेरिकी हमलों में ईरान का परमाणु कार्यक्रम ध्वस्त होने की बात की जा रही थी, लेकिन ऐसा पूरी तरह से नहीं हुआ। ईरान का परमाणु कार्यक्रम सिर्फ कुछ महीने के लिए पीछे गया है। यह जानकारी अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट की ओर से जारी की गई हैं। अमेरिका ने कहा था कि ईरान के पास परमाणु बम नहीं हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कुछ शर्तें भी रखी थीं। लेकिन ईरान प्रमुख ने इसे मानने से इंकार कर दिया। इसके बाद अमेरिका ने अचानक ईरान के तीन परमाणु साइट्स पर हमला कर दिया। इससे विश्व के सामने यह स्थित आई कि ईरान का परमाणु बम तैयार करना अब कल्पनाओं में है।

लेकिन अब फिर आकलन में पाया गया कि अमेरिकी हमलों से पहले ईरान के अत्यधिक समृद्ध यूरेनियम में कुछ हिस्से को कई साइटों से हटा दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, यह भी पाया गया कि ईरान के सेंट्रीफ्यूज काफी हद तक सुरक्षित है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में पता चला है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम बर्बाद नहीं हुआ है। उधर, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार दावा कर रहे हैं कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम नष्ट कर दिया गया है।

रक्षा खुफिया एजेंसी द्वारा बीते दिन जारी की गई खुफिया रिपोर्ट ईरान की परमाणु सुविधाओं की स्थिति के बारे में ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयानों का खंडन करती है। सूत्रों ने यह भी कहा कि वह निवेदन करते हैं कि उनका नाम और मुलाकात न छापा जाए। रिपोर्ट में पाया गया कि फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु स्थलों पर हमलों ने नुकसान किया था। आकलन में पाया गया कि ईरान के अत्यधिक समृद्ध यूरेनियम में से सुरक्षा के लिए काफी काम अमेरिकी हमले से पहले कर लिया था। गहराई में दबे फोर्डो यूरेनियम संवर्धन संयंत्र में प्रवेश द्वार ढह गया। यद्यिप ढांचे को फिर से सही किया जाएगा। 
 

अन्य प्रमुख खबरें