Rahul Gandhi Protest SIR : राहुल ने सांकेतिक रूप से SIR को फाड़कर कूड़ेदान में फेंका

खबर सार :-
Rahul Gandhi Protest SIR : संसद के मानसून सत्र में राहुल गांधी और विपक्षी सांसदों ने बिहार में चल रही चुनाव आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया। उन्होंने सांकेतिक रूप से SIR को फाड़कर कूड़ेदान में फेंका, जिससे सदन की कार्यवाही भी बाधित हुई। यह विरोध SIR प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है।

Rahul Gandhi Protest SIR : राहुल ने सांकेतिक रूप से SIR को फाड़कर कूड़ेदान में फेंका
खबर विस्तार : -

Rahul Gandhi Protest SIR : भारतीय संसद का मानसून सत्र, लगातार विपक्ष और सत्ता पक्ष के गतिरोध के चलते सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है। संसद सत्र, जो देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस का मंच होता है, इस बार एक ऐसे विरोध प्रदर्शन का गवाह बना जिसने सभी का ध्यान खींचा। शुक्रवार को संसद परिसर में विपक्षी सांसदों ने, जिसमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसे प्रमुख और बड़े नेता भी शामिल थे, बिहार में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के खिलाफ एक अनूठा और प्रतीकात्मक प्रदर्शन करते नजर आएं। यह सिर्फ हंगामा नहीं था, बल्कि लोकतंत्र की उस भावना का इजहार था जो आम जनता की आवाज को बुलंद करता है।

Rahul Gandhi Protest SIR :  संसद परिसर में गूंजी विरोध की आवाज

सुबह से ही संसद परिसर में गहमा-गहमी का माहौल था। मानसून सत्र का पांचवां दिन था और लगातार विपक्षी सांसदों का SIR पर विरोध जारी था। इंडिया गठबंधन के सदस्य सुबह ही महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास इकट्ठा हुए, हाथों में पोस्टर-बैनर लिए और SIR प्रक्रिया के खिलाफ नारे लगाते हुए दिखाई दिए। आज के प्रदर्शन की विशेष बात यह रही कि विपक्ष का विरोध  केवल शोर-शराबे तक ही सीमित नहीं था, बल्कि देश के लिए एक स्पष्ट संदेश था कि विपक्षी दल इस प्रक्रिया को जनहित के विरुद्ध मान रहे हैं।

विरोध का सबसे नाटकीय क्षण तब आया जब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अन्य विपक्षी सांसदों के साथ मिलकर सांकेतिक रूप से SIR के दस्तावेजों को फाड़ दिया और उन्हें एक डस्टबिन में फेंक दिया। यह दृश्य अपने आप में एक सशक्त बयान था। मानो राहुल यह दर्शाना चाहते हों कि जनता से जुड़ी इस प्रक्रिया को कितनी गंभीरता से लिया जा रहा है और कैसे इसे निरस्त किया जाना चाहिए। यह सिर्फ एक कागज फाड़ने से कहीं अधिक था। यह एक राजनीतिक संदेश था कि वे इस प्रक्रिया को कूड़े के ढेर के बराबर मानते हैं।

Rahul Gandhi Protest SIR :  सदन के भीतर भी गूंजा हंगामा

संसद के बाहर चल रहा यह प्रदर्शन जल्द ही सदन के भीतर भी पहुंच गया। सुबह 11 बजे जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सदस्यों के जोरदार हंगामे के कारण इसे कुछ ही मिनटों में दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही नजारा था। नए सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही थी, लेकिन विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और शोरगुल लगातार जारी रहा, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई और जल्द ही इसे 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।

यह विरोध सिर्फ एक राजनीतिक चाल नहीं थी, बल्कि यह दर्शाता है कि विपक्षी दल बिहार में चल रही मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को लेकर कितने चिंतित और गंभीर हैं। राहुल गांधी का मानना है कि इस प्रक्रिया में कुछ ऐसी खामियां हैं जो मतदाता अधिकारों को प्रभावित करती हैं और चुनावी पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर सकती हैं। सांसदों का यह अनोखा प्रदर्शन, SIR को कूड़ेदान में फेंकने का प्रतीकात्मक कार्य, एक मजबूत संदेश था कि वे इस प्रक्रिया के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और जनता की आवाज़ को सरकार तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यह घटना भारतीय राजनीति में विरोध के नए आयामों को दर्शाती है, जहां प्रतीकात्मक कार्य भी एक शक्तिशाली हथियार बन सकते हैं।

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