खतरों से निपटने के लिए अमेरिका तैयार

खबर सार :-
ऐसी व्यवस्था दी जाएग, जिससे राष्ट्र का हित हो। घोषणा में ट्रम्प ने जोड़ा कि मैंने अप्रवासी वीजा पर प्रवेश और गैर-आप्रवासी वीजा पर प्रवेश करने वाले विदेशियों की ओर से होने वाले जोखिमों पर भी विचार किया।

खतरों से निपटने के लिए अमेरिका तैयार
खबर विस्तार : -

लखनऊ, अमेरिका की यात्रा अब 12 देशों के लोग नहीं कर पाएंगे। इनमें भारत के  पड़ोसी कई मुल्क भी हैं। इसका अन देशों पर भी असर पड़ने वाला है। बड़ी संख्या में लोग अमेरिका की यात्रा विभिन्न उद्देश्यों से करते हैं। अब अगर वहां का प्रशासन सख्त हुआ तो बाहरी लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने देश में तमाम तरह के परिवर्तन कर रहे हैं। इन दिनों वह राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक सुरक्षा के खतरों से निपटने के लिए अनोखी तैयारी कर रहे हैं।

उन्होंने देश में तमाम तरह से सुरक्षा और खतरों का हवाला दिया है। इस कड़ी में 12 देशों के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाली घोषणा पर दस्तखत किए हैं। ट्रम्प ने सुरक्षा के लिहाज से सात देशों के नागरिकों के प्रवेश को नए नियम के तहत इजाजत दी है। इसमें आंशिक रूप से प्रतिबंधित और सीमित करने की व्यवस्था दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेशों पर व्हाइट हाउस से जानकारी दी गई है कि ट्रम्प ने 12 देशों में हैती, चाड, अफगानिस्तान, म्यांमार, कांगो गणराज्य, सोमालिया, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, ईरान, लीबिया, सूडान और यमन के व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध पर दस्तखत किए हैं।

ट्रम्प ने सात देशोंः बुरुंडी, क्यूबा, टोगो, लाओस, सिएरा लियोन, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला के नागरिकों के प्रवेश को आंशिक रूप से प्रतिबंधित और सीमित किया है। व्हाइट हाउस से मीडिया को मिली जानकारी के अनुसार, यह प्रतिबंध अप्रवासियों और गैर-अप्रवासियों अंतर दर्शाता है, लेकिन प्रतिबंध सभी पर है। प्रतिबंध के संबंध में जिस तरह से खबरें आ रही हैं, उनको स्पष्ट करते हुए टं्रप ने कहा है कि अमेरिका को वीजा जारी करने की प्रक्रिया में बदलाव करना होगा। इसमें सतर्कता बहुत जरूरी है।

हमने राष्ट्रीय सुरक्षा वाले खतरे की सीमाएं तय कीं

ट्रम्प की ओर से की गई घोषणा में कहा गया है कि मैंने पहले कार्यकाल में विदेशी नागरिकों के संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश को रोका था। इससे हमने राष्ट्रीय सुरक्षा वाले खतरे की सीमाएं तय कीं। राज्य में खतरों को सफलतापूर्वक रोका। उन्होंने जारी बयान में कहा कि 20 जनवरी को मैंने कहा था कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका की नीति है। इस नीति ने ही नागरिकों को उन लोगों से बचाया जा सकता है जो आतंकवादी हमले कर हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे पैदा करने का इरादा रखते हैं।  आगाह किया कि अमेरिका को वीजा जारी करने की प्रक्रिया कठिन करनी होगी।
 

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