ऑक्सफोर्ड में भारत की अर्थव्यवस्था पर ममता बनर्जी ने खड़े किए सवाल, बीजेपी कहा- देश की छवि.....

Summary : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ब्रिटेन दौरे के दौरान भारत के 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भविष्यवाणी से असहमति जताई है। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी ने उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा

कोलकाताः मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ब्रिटेन दौरे के दौरान भारत के 2060 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भविष्यवाणी से असहमति जताई है। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी ने उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने विदेशी धरती पर भारत की छवि खराब करने का काम किया है।

अर्थव्यस्था के मामले में जताई असहमति

ममता बनर्जी ने गुरुवार को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के केलॉग कॉलेज में एक संवाद के दौरान यह टिप्पणी की। बातचीत के दौरान जब उनसे कहा गया कि भारत पहले ही ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने वाला है, साथ ही 2060 तक इसके शीर्ष स्थान पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है, तो उन्होंने इसे खारिज कर दिया। 

ममता बनर्जी ने इस भविष्यवाणी से असहमति जताते हुए कहा कि मैं इससे सहमत नहीं हूं। ऐसे कई विषय हैं, जिन पर मैं यहां खुलकर बात नहीं कर सकती... आंतरिक और बाहरी मामलों को लेकर कुछ चीजें हैं, जिनका खुलासा मैं नहीं कर सकती। इस पर मेरी राय अलग है।

 उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के बाद हर देश आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और मौजूदा वैश्विक उथल-पुथल में अगर आर्थिक युद्ध जैसी स्थिति बनी रही तो हम आगे बढ़ने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? हमें उम्मीद रखनी चाहिए, हमारा सपना है कि हमारा देश शीर्ष पर पहुंचे लेकिन यह कई कारकों पर निर्भर करता है।

बीजेपी ने लगाए गंभीर आरोप

भाजपा ने ममता बनर्जी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने विदेशी धरती पर भारत की उपलब्धियों को कम आंकने की कोशिश की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इसे मुख्यमंत्री पद का 'अपमान' करार दिया। 

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि भारत ब्रिटेन को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जो हर भारतीय के लिए गर्व की बात है! लेकिन ममता बनर्जी विदेशों में भारत की छवि खराब कर रही हैं। उनका भारत विरोधी रवैया न केवल शर्मनाक है बल्कि उनके संवैधानिक पद का भी अपमान है।
 

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