Gujarat Bhupendra Patel Cabinet : गुजरात की राजनीति में शुक्रवार को बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। भूपेन्द्र पटेल सरकार की नई कैबिनेट में छह पुराने और 19 नए विधायकों समेत कुल 25 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। जबकि हर्ष सांघवी को डिप्टी सीएम के रूप में पदोन्नत किया गया है। वह अब तक गृह राज्य मंत्री थे। इनमें सबसे प्रमुख नाम टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जड़ेजा की पत्नी रीवाबा जाडेजा का है, जिन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है रिवाबा जड़ेजा 2019 में बीजेपी में शामिल हुईं और 2022 के विधानसभा चुनाव में जामनगर उत्तर सीट से शानदार जीत दर्ज की।
बता दें कि शुक्रवार यानी 17 अक्टूबर को गुजरात के गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सभी 25 विधायकों को पद की शपथ दिलाई। सबसे पहले हर्ष सांघवी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद जीतू वघानी, नरेश पटेल, अर्जुन मोढवाडिया, प्रद्युम्न वाजा और रमन सोलंकी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
इसके अलावा प्रफुल्ल पंसेरिया, डॉ. मनीषा वकील और ईश्वर सिंह पटेल ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली। जबकि रिवाबा जाडेजा, कांति अमृतिया, रमेश कटारा, संजय महिदा, कौशिक वकेरिया, जयराम गाम्बित, त्रिकम चागा, कमलेश पटेल, पी.सी. बरंडा, स्वरूपजी ठाकोर, प्रवीण माली और दर्शनबेन वाघेला ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। राज्य मंत्री के रूप में भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को शामिल किया जाना हैरान करने वाला कदम है।
पुराने चेहरे जिन्हें जगह मिली है उनके नाम -हर्ष संघवी, ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई, प्रफुल्ल पनसेरिया, कुंवरजी बावलिया और परषोत्तम सोलंकी हैं। नये मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल समेत कुल 26 मंत्री शामिल किये गये हैं। नए मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत 7 पाटीदार, 8 ओबीसी, 3 एससी और 4 एसटी वर्ग के मंत्री हैं, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल हैं।
दरअसल नई कैबिनेट की सूची में सबसे बड़ा बदलाव यह है कि करीब 10 पुराने मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। यह बड़ा फेरबदल में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को खासतौर पर ध्यान में रखा गया। कैबिनेट और राज्य मंत्रियों को विभिन्न क्षेत्रों से पदानुक्रमित तरीके से चुना गया था। कांग्रेस के कुछ पूर्व नेताओं को बीजेपी में शामिल होने के बाद मंत्री बनने का मौका मिला है।
यह कैबिनेट विस्तार 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नई ऊर्जा लाना और पार्टी संगठन को मजबूत करना है। गुजरात में बीजेपी की पकड़ मजबूत करने के लिए ये बड़ा राजनीतिक फेरबदल किया गया। इसके साथ ही युवाओं को अधिक जिम्मेदारी देकर पार्टी को और मजबूत किया गया। टीम में इस तरह के बदलाव से सरकार के कामकाज में नयापन आएगा और पार्टी भविष्य के लिए बेहतर रणनीति बना सकेगी।
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