शहाबुद्दीन के गढ़ में गरजे योगी, बोले— “बिहार अब अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त शासन चाहता है”

खबर सार :-
सिवान की धरती से योगी आदित्यनाथ ने बिहार में अपराध, भ्रष्टाचार और खानदानी राजनीति पर तीखा हमला बोला। वहीं, जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव को ‘जंगलराज’ की राजनीति का वारिस बताया। चुनावी सरगर्मी के बीच एनडीए विकास के एजेंडे पर और महागठबंधन सामाजिक न्याय के नारे पर मैदान में है। अब फैसला जनता के हाथ में है।

शहाबुद्दीन के गढ़ में गरजे योगी, बोले— “बिहार अब अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त शासन चाहता है”
खबर विस्तार : -

बिहार चुनाव 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बुधवार को सिवान के रघुनाथपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह इलाका राजद नेता शहाबुद्दीन का गढ़ माना जाता है, इसलिए योगी का यह भाषण राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जा रहा है। उन्होंने पक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में कुछ माफिया, खानदानी अपराधी और भ्रष्टाचारियों ने मिलकर महागठबंधन बनाया है। उनके इस बयान पर सभा में उपस्थित भीड़ ‘जय श्रीराम’ के नारों से गूंज उठी।

खानदानी अपराधियों’ पर सीधा प्रहार

योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए राजद उम्मीदवारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिन लोगों ने अपराध को राजनीति का आधार बनाया, वे अब फिर सत्ता में आने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब ऐसे लोगों को पहचान चुकी है और “अब जनता अपराध और भ्रष्टाचार से मुक्त शासन चाहती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी कीमत पर माफियाओं और भ्रष्टाचारियों को फिर से सरकार में आने न दें।

योगी का दोहरा संदेशः धर्म और विकास एक साथ

अपने भाषण में योगी आदित्यनाथ ने धर्म और विकास दोनों मुद्दों को साधा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के समय राजद ने राम रथ यात्रा को रोकने का अपराध किया था। जब सपा ने यूपी में रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं, तब बिहार में राजद ने भगवान राम के नाम पर चल रहे आंदोलन को दबाने का प्रयास किया था। उन्होंने विपक्ष पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि इन दलों ने केवल तुष्टिकरण की राजनीति की है, जबकि डबल इंजन की सरकार ने सम्मान, स्वाभिमान और विकास की राजनीति को आगे बढ़ाया है।

 डबल इंजन सरकार का विकास एजेंडा

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार अब विकास की नई रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि 6,100 करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या धाम को सीतामढ़ी से जोड़ने वाला राम-जानकी मार्ग बन रहा है, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। “जो बच जाता है, यूपी का बुलडोजर उसे पूरा कर देता है।” इस सभा में यह बयान सुनते ही तालियों और नारों से पूरा मैदान गूंज उठा।

 योगी का दावाः बिहार में बह रही विकास की गंगा

योगी ने कहा कि बिहार में अब विकास की गंगा बह रही है। राज्य में नए एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज और गरीब कल्याण योजनाओं की बाढ़ है। डबल इंजन की सरकार ने गरीबों के घर, युवाओं के रोजगार और किसानों की समृद्धि के लिए ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि विकास की इस गति को बरकरार रखने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार को फिर से बहुमत दिलाएं।

 राजद-सपा पर निशाना: ‘अराजकता की राजनीति’

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार में चुनावी जनसभा के दौरान राजद और सपा दोनों दलों पर एक साथ हमला बोलते हुए कहा कि ये दल अराजकता की राजनीति करते हैं। इन लोगों ने जनता को भ्रम में रखकर केवल अपने परिवार का भला किया। लेकिन अब बिहार और यूपी दोनों जगह जनता विकास की राजनीति को चुन चुकी है। अब बिहार में अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस का संदेश स्पष्ट हो चुका है।

 युवाओं से सीधा संवादः ‘पहचान की लड़ाई खत्म’

युवाओं को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि अब पहचान की लड़ाई खत्म हो चुकी है। आज हर बिहारी अपने गौरव और स्वाभिमान के साथ देश-दुनिया में जाता है। यह नए भारत और नए बिहार की पहचान है। सभा के अंत में उन्होंने अपील की — “नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार को फिर से बहुमत दिलाएं, ताकि बिहार में विकास की गंगा बहे और अपराध पर बुलडोजर चलता रहे। सभा में सिवान की सांसद विजयलक्ष्मी कुशवाहा, जदयू प्रत्याशी विकास कुमार सिंह, लोजपा (आर) प्रत्याशी विष्णु देव पासवान, भाजपा जिलाध्यक्ष राहुल तिवारी सहित एनडीए के सभी घटक दलों के नेता उपस्थित रहे।

तेजस्वी पर मांझी का वारः ‘बापे पूत पराते घोड़ा’

इसी बीच, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता लालू-राबड़ी शासन के ‘जंगलराज’ को देख चुकी है और तेजस्वी उसी राह पर चल रहे हैं। मांझी ने मगही कहावत उद्धृत करते हुए कहा — “बापे पूत पराते घोड़ा, कुछ नहीं तो थोड़ा-थोड़ा।” उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन का घोषणा पत्र केवल कागजी खानापूर्ति है, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है।

'जननायक’ पर विवाद— मांझी का तीखा बयान

जीतनराम मांझी ने ‘जननायक’ शब्द को लेकर तेजस्वी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि असली जननायक कर्पूरी ठाकुर हैं, जिन्होंने गरीब और अति पिछड़े समाज के लिए जीवन समर्पित किया। जो लोग आज खुद को जननायक कह रहे हैं, वे कर्पूरी ठाकुर और अति पिछड़ा समाज दोनों का अपमान कर रहे हैं। मांझी ने कहा कि बिहार की जनता अब भ्रम में नहीं है और इस बार विकास और स्थिरता की सरकार चुनेगी।

 

 

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