व्यंग्यः चुनावी रेवड़ी नहीं, कांग्रेस की दिलेरी कहिए!

खबर सार :-
अल्का कहती हैं कि गठबंधन के सहयोगी दल राजद में तेजस्वी यादव की योजनाएं सराहनीय रही हैं। उनको साथ लेकर ही कांग्रेस आगे बढ़ेगी। वैसे तो कांग्रेस का खजाना पहले से ही खाली है।

व्यंग्यः चुनावी रेवड़ी नहीं, कांग्रेस की दिलेरी कहिए!
खबर विस्तार : -

लखनऊ, कोई इसे चुनावी रेवड़ी कहे या प्रलोभन, मैं तो इसे दिलेरी ही कहूंगा। यह दिलेरी केवल कांग्रेस के पास ही है, क्योंकि वही खटाखट बांटने का संकल्प लेती है। जिसका दिल बड़ा होता है, वही बांट पाता है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने कह दिया है कि महागठबंधन जीता तो हर महिला को 2500 रुपए महीने मिलेंगे। यह बात आखिर कुछ लोगों को क्यों अखर रही है? लोग कह रहे हैं कि यह कांग्रेस का चुनावी काम है। हालांकि, कांग्रेस यह पहली बार नहीं कर रही है। इससे पहले उसके नेता ने खटाखट फैसला किया था। कुछ लोग कांग्रेस के रंग को भंग कर रहे हैं। जनता को गुमराह कर रहे हैं। आखिर जब अलका लांबा ने कह दिया की महिलाओं के फार्म भरवाए जाएंगे और उनका 2500 रूपया हर महीने दिए जाएंगे।

 इस काम में वह अपने सहयोगी दलों को भी साझीदार बनाएंगी। भाजपा आरोप लगा रही है की इंडिया गठबंधन के लोग आपस में झगड़ रहे हैं। दरअसल भाजपा को तो दूसरों की घरों में झांकने की आदत पड़ गई है, वरना इस मामले में इतना रूचि न रखती। वह यह नहीं समझ पा रही है कि कांग्रेस ने बिहार चुनाव को जीतने के लिए काफी दिनों पहले ही कमर कस ली है। बिहार की सत्ता किसी को यूं तो नहीं मिल जाएगी, वहां पर नीतीश बाबू हैं। उनसे अगर किसी ने निपट लिया तो समझो नैया पार। बिहार में अच्छे दिन केवल नीतीश जी के पास ही रहते हैं। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस से अलका लांबा ने पिछले दिनों ऐलान किया था की बिहार में अगर महागठबंधन सत्ता में आता है तो भाजपा से अच्छ काम किया जाएगा।

तेजस्वी यादव अंदर ही अंदर काफी नाराज

चुनावी चंदा में भी अब कटौती हो सकती है। कोर्ट ने भी चुनाव के दौरान किए जाने वाली वादों पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद भी भाजपा कांग्रेस के पीछे पड़ी है। बहरहाल, अलका लांबा ने कह दिया है कि पूरे राज्य में पात्र महिलाओं के लिए फॉर्म भरे जाएंगे। उन्होंने 88 से शुरू होने वाला मोबाइल नंबर भी जारी किया है। इसमें खटाखट मिस कॉल दीजिए और पत्र बनिए। उनका कहना है की बिहार में जो सरकार है, वह महिलाओं को 400 रूपये देकर ठग रही है। सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव अंदर ही अंदर काफी नाराज हैं, क्योंकि उनसे बिना पूछे अलका लांबा ने चुनावी घोषणा कर दी है। अब मीडिया भी सवाल पर सवाल कर रही है तो लांबा कह रही हैं की सभी सहयोगी दलों को साथ लेकर आगे फैसले लिए जाएंगे। उधर भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार कहते हैं की भाई-बहन मां योजना की घोषणा से पता चलता है की गठबंधन के लोग श्रेय लेने के लिए क्या कुछ कर सकते हैं, वह केवल जनता को गुमराह कर रहे हैं।
 

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