कमजोर वैश्विक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट

खबर सार :-
वैश्विक बाजारों में बढ़ती गिरावट और बढ़ती अस्थिरता के कारण भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों को सतर्क रहते हुए सही वैल्यूएशन पर निवेश करने की सलाह दी गई है। हालांकि, कुछ सेक्टरों में हल्की बढ़त बनी रही है।

कमजोर वैश्विक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट
खबर विस्तार : -

Indian Stock Market: शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण गिरावट के साथ खुला। सुबह 9:20 बजे, सेंसेक्स 153.59 अंक (0.18 प्रतिशत) गिरकर 85,479 पर था, जबकि निफ्टी 47.55 अंक (0.18 प्रतिशत) गिरकर 26,144.20 पर पहुंच गया। इस गिरावट का असर लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर भी पड़ा, जहां सभी प्रमुख इंडेक्स में कमजोरी देखी गई।

मिडकैप और स्मॉलकैप में गिरावट

निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 177.95 अंक (0.29 प्रतिशत) की गिरावट आई, जो 60,785.60 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 65.10 अंक (0.36 प्रतिशत) गिरकर 18,002.15 पर आ गया। इस गिरावट का कारण वैश्विक बाजारों में छाई हुई मंदी और निवेशकों का सतर्क रुख बताया जा रहा है।

सेक्टोरल इंडेक्स में कमजोरी

शुरुआत के दौरान अधिकांश सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। रियल्टी, कमोडिटी, डिफेंस, एफएमसीजी और पीएसयू बैंक जैसे क्षेत्रों में प्रमुख गिरावट देखी गई। वहीं, ऑटो और आईटी सेक्टर में हल्की बढ़त रही, जिससे बाजार में थोड़ी राहत महसूस हुई।

प्रमुख स्टॉक्स की प्रदर्शन

सेंसेक्स पैक में एमएंडएम, टीसीएस, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, एलएंडटी, सन फार्मा, और मारुति सुजुकी जैसे स्टॉक्स में तेजी देखी गई, जबकि टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे स्टॉक्स में गिरावट आई।

वैश्विक बाजारों का असर

वैश्विक संकेतों की बात करें तो, टोक्यो, शंघाई, हांगकांग, बैंकॉक, जकार्ता और सोल जैसे प्रमुख एशियाई बाजारों में भी गिरावट रही। अमेरिकी शेयर बाजार भी गुरुवार को लाल निशान में बंद हुए थे। एआई स्टॉक्स के वैल्यूएशन को लेकर वैश्विक चिंता और बढ़ी हुई बाजार उठापटक की स्थिति का असर भारतीय बाजारों पर भी दिख रहा है।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

कच्चे तेल की कीमतें भी गिरावट के साथ कारोबार कर रही हैं। डब्ल्यूटीआई क्रूड 1.46 प्रतिशत गिरकर 58.11 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 1.36 प्रतिशत गिरकर 62.52 डॉलर प्रति बैरल पर था।

एफआईआई और डीआईआई निवेश

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 नवंबर को लगातार दूसरे सत्र में शुद्ध निवेश किया और 283 करोड़ रुपये का निवेश किया। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 824 करोड़ रुपये का निवेश किया।

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