सपाट कारोबार के साथ शेयर बाजार का अंत

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार का कारोबारी सत्र निवेशकों के लिए संतुलित रहा। निफ्टी बैंक के नए रिकॉर्ड ने बाजार को सहारा दिया, जबकि मिडकैप और स्मॉलकैप में मुनाफावसूली से दबाव देखा गया। वैश्विक संकेतों और घरेलू राजनीतिक घटनाक्रमों के बीच बाजार फिलहाल स्थिर रुख बनाए हुए है। आने वाले दिनों में चुनाव परिणाम और ट्रेड डील पर बाजार की दिशा निर्भर करेगी।

सपाट कारोबार के साथ शेयर बाजार का अंत
खबर विस्तार : -

Indian Stock Market News: भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरे सत्र के बाद गुरुवार को मामूली बढ़त के साथ कारोबार समाप्त हुआ। बीएसई सेंसेक्स 12.16 अंकों की हल्की बढ़त के साथ 84,478.67 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 3.35 अंकों की वृद्धि के साथ 25,879.15 के स्तर पर स्थिर रहा। दिन भर निवेशक सतर्क रुख में नजर आए, जिससे बाजार में दिशा स्पष्ट नहीं बन पाई।

निफ्टी बैंक ने बनाया नया रिकॉर्ड

बैंकिंग शेयरों में तेजी देखने को मिली और निफ्टी बैंक ने दिन के दौरान 58,615.95 का नया ऑल-टाइम हाई बनाया। हालांकि, सत्र के अंतिम चरण में मुनाफावसूली देखने को मिली और यह 107.30 अंक या 0.18 प्रतिशत की मजबूती के साथ 58,381.95 पर बंद हुआ। बैंकिंग सेक्टर में आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक में सकारात्मक रुझान दिखा, जिसने इंडेक्स को सहारा दिया।

सेंसेक्स पैक में मिले-जुले रुझान

सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, पावर ग्रिड, बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, सन फार्मा, मारुति सुजुकी, एक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक में तेजी रही। वहीं, जोमैटो (इटरनल), महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, बीईएल, टीसीएस, एचयूएल, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा और एसबीआई में गिरावट दर्ज की गई।

मिडकैप और स्मॉलकैप में कमजोरी

लार्जकैप शेयरों की तुलना में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर दबाव बना रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 210.25 अंक या 0.35 प्रतिशत गिरकर 60,692.05 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 66.80 अंक या 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,183.65 पर आ गया। विश्लेषकों के अनुसार, निवेशकों ने छोटे शेयरों में मुनाफावसूली की, जिससे इनमें कमजोरी आई।

वैश्विक संकेतों और घरेलू कारकों का असर

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय इक्विटी बाजारों में शुरुआती तेजी वैश्विक सकारात्मक संकेतों और घरेलू कारकों के चलते रही। हालांकि, सत्र के अंत में मुनाफावसूली के कारण बाजार स्थिर हो गया। अक्टूबर माह में महंगाई दर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने से मेटल और रियल्टी सेक्टर में तेजी दिखी। आने वाले दिनों में निवेशकों की नजरें बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों और भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर टिकी होंगी।

रुपया स्थिर, सीमित दायरे में कारोबार

विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया सीमित दायरे में कारोबार करता रहा और डॉलर के मुकाबले लगभग 88.67 के स्तर पर स्थिर बना रहा। शुरुआती सत्र में सेंसेक्स 116 अंक गिरकर 84,349 और निफ्टी 34 अंक फिसलकर 25,851 पर खुला था, लेकिन बाद में बाजार ने धीरे-धीरे रिकवरी की।

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