Indian Stock Market: सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी, मेटल शेयरों में उछाल, बाजार हरे निशान में खुले

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार के लिए बुधवार के दिन की शुरुआत अच्छी रही। आज शेयर बाजार हरे निशान में खुले हैं। सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी देखी गई हैं। सेक्टोरल आधार पर मेटल के शेयरों में उछाल नजर आ रहा है।

Indian Stock Market: सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी, मेटल शेयरों में उछाल, बाजार हरे निशान में खुले
खबर विस्तार : -

मुंबईः अमेरिकी मुद्रास्फीति के ताजे आंकड़ों से फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं को बल मिलने के बाद बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुझान देखा गया। बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में खुलने के साथ ही निवेशकों के बीच उत्साह देखा गया।

आज शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 0.22 प्रतिशत यानी 179 अंक बढ़कर 80,414 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी भी 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,557 अंक पर पहुंच गया। इस वृद्धि का असर व्यापक बाजारों में भी देखने को मिला, जहां बीएसई स्मॉलकैप और बीएसई मिडकैप सूचकांकों में क्रमशः 0.65 प्रतिशत और 0.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।  सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो, निफ्टी मेटल 1.57 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी में 0.76 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। हालांकि, कुछ सूचकांकों में मामूली उतार-चढ़ाव रहा, जिनमें 0.10 से 0.40 प्रतिशत तक का फर्क देखा गया।

गेनर्स और लूजर्स में शामिल रहीं ये कंपनियां

निफ्टी के टॉप गेनर्स में अपोलो हॉस्पिटल्स 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ पहले स्थान पर रहा। इसके बाद हिंडाल्को और टाटा मोटर्स का नंबर आया, जिन्होंने भी मजबूत प्रदर्शन किया। वहीं, टॉप लूजर्स में मारुति सुजुकी 0.51 प्रतिशत गिरकर सबसे नीचे रहा। टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक में भी मामूली गिरावट देखी गई।

बाजार विश्लेषकों की नजर में बाजार की स्थिति

विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए कठोर टैरिफ और अमेरिका-भारत के बीच व्यापारिक तनाव ने बाजार की दिशा पर प्रभाव डाला है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के प्रमुख रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि अचानक सेंटीमेंट में बदलाव से शॉर्ट कवरिंग हो सकती है, जिससे बाजार में तेज सुधार देखा जा सकता है। चॉइस ब्रोकिंग की विशेषज्ञ अमृता शिंदे ने कहा कि डेली चार्ट में एक बियरिश कैंडल के निर्माण को देखा जा रहा है, जिससे उच्च स्तरों पर बिकवाली का दबाव बन सकता है। प्रमुख समर्थन स्तर 24,400 और 24,300 पर हैं, यदि इन स्तरों से गिरावट आती है, तो बाजार 24,000 तक जा सकता है।

विदेशी बाजारों का हाल

अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से यह संभावना जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व अगली बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इस खबर के असर से अमेरिकी शेयर बाजारों में भी मजबूती आई है, जहां डाउ जोंस 1.11 प्रतिशत, एसएंडपी 500 1.13 प्रतिशत और नैस्डैक 1.39 प्रतिशत बढ़ा।  एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाजारों में भी अच्छी खासी बढ़त रही। जापान का निक्केई 2.46 प्रतिशत बढ़कर नये शिखर पर पहुंच गया, वहीं चीन के शंघाई और शेन्जेन कंपोजिट में भी क्रमशः 0.44 प्रतिशत और 1.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हांगकांग के हैंग सेंग और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में भी 1.81 प्रतिशत और 0.63 प्रतिशत का इजाफा देखा गया। हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,398.80 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,507.93 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे बाजार में कुछ मिश्रित संकेत मिले।

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