Israel Iran War: इजराइल और ईरान के बीच बढ़ा तनाव, लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार

खबर सार :-
इजराइल और ईरान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इजराइल ने ईरान के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर मिसाइल से हमले किए हैं। अब ईरान जवाबी हमले की तैयारी में है। इस वजह से तनाव और अधिक बढ़ गया है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। आज शेयर बाजार लाल निशान में खुले हैं।

Israel Iran War: इजराइल और ईरान के बीच बढ़ा तनाव, लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार
खबर विस्तार : -

मुंबईः वैश्विक घटनाओं का असर शेयर बाजार पर पड़ना लाजमी है। इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने का असर शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। यहां सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, शुरुआती कारोबार में ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विस और पीएसयू बैंक सेक्टर में बिकवाली देखी गई है। बाजार लाल निशान में खुले हैं।

भारतीय शेयर बाजार आज सुबह करीब 9.33 बजे, सेंसेक्स 896.5 अंकों की गिरावट के साथ 80,795.44 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 278.5 अंक की गिरावट के साथ 24,609.70 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी बैंक 1.13 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 55,448.75 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1.03 प्रतिशत की गिरावट के बाद 57,836.95 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 1.04 प्रतिशत की कमजोरी के बाद 18,272.30 पर था।

ईरान ने पटलवार किया तो होंगे गंभीर परिणाम

बाजार विश्लेषकों का मानना है कि इजराइल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव बाजार के लिए उचित नहीं है। यदि ईरान की ओर से जवाबी हमला किया गया और तनाव लंबे समय तक चलता है, तो इजराइल के इस हमले के आर्थिक परिणाम गहरे हो सकते हैं। इजराइल ने घोषणा की है कि यह ऑपरेशन आगे कई दिनों तक जारी रहेगा। इस संबंध में जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि बाजार पर प्रभाव इस बात पर निर्भर करेगा कि यह मौजूदा संघर्ष कितने समय तक जारी रहता है। निकट भविष्य में बाजार रिस्क-ऑफ मोड में रहेगा। एविएशन, पेंट, एडहेसिव और टायर जैसे ऑयल डेरिवेटिव का इस्तेमाल करने वाले सेक्टर को भारी नुकसान होगा। ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसे ऑयल प्रोड्यूसर मजबूत बने रहेंगे। 

बाजार विश्लेषकों के अनुसार, मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के संकेत मिलने की वजह से निफ्टी में गुरुवार को एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई थी। आज सुबह इजराइल ने ईरान पर हमले शुरू कर दिए हैं और इससे बाजारों में व्यापक आधार पर जोखिम से बचने की प्रवृत्ति देखी जा रही है। एक्सिस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख अक्षय चिंचलकर ने कहा कि तकनीकी रूप से, निफ्टी पर काफी असर दिख रहा है। हमने बुधवार को ही चेतावनी दी थी कि 'बायर रिजेक्शन' कैंडल का आना सावधानी बरतने का संकेत था। इस बीच, सेंसेक्स पैक में टाटा मोटर्स, एलएंडटी, पावरग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई, टाइटन और इंफोसिस टॉप लूजर्स रहे।

विदेशी शेयर बाजारों पर भी दिख रहा असर

एशियाई बाजारों में, हांगकांग, बैंकॉक, जकार्ता, जापान, सोल और चीन लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।  अमेरिकी बाजारों में पिछले कारोबारी सत्र में, डॉउ जोन्स फ्यूचर्स 101.85 अंक या 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 42,967.62 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 23.02 अंक या 0.38 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,045.26 पर बंद हुआ और नैस्डैक 46.61 अंक या 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,662.49 पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी एफआईआई ने दूसरे दिन भी अपनी बिकवाली जारी रखी और 12 जून को 3,831.42 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों यानी डीआईआई ने उसी दिन 9,393.85 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।

 

 

 

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