सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली गिरावट, मेटल और रियल्टी स्टॉक्स में दबाव

खबर सार :-
भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को उतार-चढ़ाव भरे सत्र के बाद हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ। मेटल और रियल्टी सेक्टर में बिकवाली से बाजार पर दबाव बना। एफआईआई की निरंतर बिकवाली और मुनाफावसूली से सेंसेक्स और निफ्टी में कमजोरी रही। विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशक मजबूत नतीजों वाली कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश पर विचार करें।

सेंसेक्स और निफ्टी में मामूली गिरावट, मेटल और रियल्टी स्टॉक्स में दबाव
खबर विस्तार : -

Stock Market News: भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में मामूली कमजोरी के साथ बंद हुआ। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 148.14 अंक या 0.18 प्रतिशत गिरकर 83,311.01 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 87.95 अंक या 0.34 प्रतिशत फिसलकर 25,509.70 पर आ गया। शुरुआती सत्र में बाजार ने बढ़त के साथ शुरुआत की थी, लेकिन सत्र के अंत में मुनाफावसूली के चलते बाजार कमजोर हुआ।

मिडकैप और स्मॉलकैप में अधिक दबाव

लार्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में अधिक बिकवाली देखने को मिली। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 568.60 अंक या 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,468.60 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 255.90 अंक या 1.39 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 18,105 पर रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे शेयरों में मुनाफावसूली से दबाव बना रहा।

मेटल और रियल्टी सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट

सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी मेटल 2.07 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके अलावा निफ्टी एनर्जी (1.21 प्रतिशत), निफ्टी कमोडिटीज (1.29 प्रतिशत), निफ्टी पीएसई (1.67 प्रतिशत) और निफ्टी हेल्थकेयर (0.49 प्रतिशत) में भी कमजोरी रही। वहीं, निफ्टी ऑटो (0.06 प्रतिशत) और निफ्टी आईटी (0.18 प्रतिशत) इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए।

इन शेयरों में बढ़त और गिरावट

सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, एमएंडएम, अल्ट्राटेक सीमेंट, टीसीएस, मारुति सुजुकी, टेक महिंद्रा, ट्रेंट, एचडीएफसी बैंक और एसबीआई जैसे शेयरों में हल्की बढ़त देखने को मिली। वहीं, पावर ग्रिड, जोमैटो, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, टाइटन और भारती एयरटेल जैसे शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।

एफआईआई की बिकवाली और निवेशकों के लिए सलाह

बाजार के जानकारों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली ने बाजार पर दबाव बनाया। साथ ही, निवेशक मुनाफावसूली की रणनीति अपनाते दिखे। विशेषज्ञों ने कहा कि मौजूदा गिरावट के दौर में निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और उन कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए जिनकी दूसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर आए हैं।

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