गुजरातः आई-हब से युवा स्टार्टअप्स को लगे पंख,  इंटरप्रेन्योरशिप का बना मजबूत केद्र

खबर सार :-
गुजरात में आई-हब और एसएसआईपी जैसी नीतियों के कारण युवा स्टार्टअप्स को मजबूती मिल रही है। यहां सिंगल-विंडो सहयोग, इनक्यूबेशन, फंडिंग और मेंटरशिप से कुछ नया करने वालों को बढ़ावा मिल रहा है। यही नहीं, राष्ट्रीय रैंकिंग में पहचान और बहु-क्षेत्रीय स्टार्टअप्स की सक्रियता गुजरात को भारत का अग्रणी उद्यमिता केंद्र बना रही है। यह मॉडल शिक्षा, उद्योग और सरकार के समन्वय से टिकाऊ आर्थिक विकास को भी लगातार बढ़ावा दे रहा है।

गुजरातः आई-हब से युवा स्टार्टअप्स को लगे पंख,  इंटरप्रेन्योरशिप का बना मजबूत केद्र
खबर विस्तार : -

Gujrat i-Hub: गुजरात देश के उन राज्यों में तेजी से शामिल हो रहा है, जहां नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को मजबूत आधार मिल रहा है। सक्रिय सरकारी नीतियों और युवाओं को आगे बढ़ाने वाले दृष्टिकोण के चलते गुजरात आज युवा उद्यमिता का एक बड़ा केंद्र बनकर उभर रहा है। गुजरात सरकार की स्टूडेंट स्टार्टअप एंड इनोवेशन पॉलिसी (एसएसआईपी) के तहत स्थापित आई-हब गुजरात ने नए-नए आइडियाज को सफल व्यवसाय में बदलने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

वर्ष 2019 में हुई थी “ई-हब गुजरात” की स्थापना

एसएसआईपी को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए वर्ष 2019 में ई-हब गुजरात की स्थापना की गई थी। यह एक सिंगल-विंडो प्लेटफॉर्म के रूप में काम करता है, जहां छात्रों, नवाचारकर्ताओं और स्टार्टअप्स को विचार से लेकर बाजार तक की पूरी यात्रा में सहयोग मिलता है। आइडिया की पहचान, उसकी जांच, इनक्यूबेशन और बाजार तक पहुंच बनाने तक ई-हब हर चरण में मार्गदर्शन, मेंटरशिप और संस्थागत समर्थन प्रदान करता है। अहमदाबाद में स्थित अत्याधुनिक ई-हब परिसर में इस समय सैकड़ों स्टार्टअप्स को तैयार किया जा रहा है। यहां स्टार्टअप्स को इनक्यूबेशन सुविधाएं, अनुभवी विशेषज्ञों का मार्गदर्शन और फंडिंग के अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे युवा उद्यमियों को शुरुआती चुनौतियों से उबरने और अपने विचारों को टिकाऊ व्यवसाय में बदलने में मदद मिलती है।

राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान

गुजरात की सरकार और युवाओं की कुछ नया करने की सोच को राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिली है। भारत सरकार की 'स्टेट स्टार्टअप रैंकिंग 2018' में गुजरात को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जा चुका है।  यह उपलब्धि एसएसआईपी जैसी नीतियों और राज्य के मजबूत स्टार्टअप ढांचे की सफलता को दर्शाती है। गुजरात सरकार के शिक्षा विभाग के अंतर्गत काम करने वाला ई-हब छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग और समाज के बीच एक मजबूत सेतु का काम कर रहा है। गुजरात लगातार भारत सरकार की स्टार्टअप रैंकिंग में शीर्ष राज्यों में शामिल रहा है। इसका श्रेय एसएसआईपी, ई-हब गुजरात, सेक्टर आधारित इनक्यूबेशन सेंटर और स्टार्टअप्स के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाओं को जाता है।

हजारों पंजीकृत स्टार्टअप राज्य में सक्रिय

राज्य में फिनटेक, एग्रीटेक, हेल्थटेक, मैन्युफैक्चरिंग, क्लीन एनर्जी और डीप टेक जैसे क्षेत्रों में हजारों पंजीकृत स्टार्टअप्स सक्रिय हैं। अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा और राजकोट जैसे शहर स्टार्टअप हब के रूप में उभर चुके हैं। यहां 100 से अधिक इनक्यूबेशन सेंटर, विश्वविद्यालयों से जुड़े इनोवेशन सेल, सरकारी सीड फंडिंग और मजबूत एमएसएमई व औद्योगिक क्लस्टर मौजूद हैं। विश्वस्तरीय बंदरगाह, बेहतर लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी, निवेशकों के अनुकूल शासन और व्यापार व निर्माण से जुड़ी उद्यम पर आधारित संस्कृति गुजरात को बिल्कुल ही अलग करती है। इसी कारण देशभर के स्टार्टअप्स और नवाचार करने वालों के लिए गुजरात सबसे पसंदीदा स्थान बना हुआ है।

 

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