सुरक्षित निवेश की मांग से सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर, चांदी भी चमकी

खबर सार :-
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, ब्याज दरों में संभावित कटौती और भू-राजनीतिक तनाव ने सोने-चांदी को मजबूत सहारा दिया है। केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी और निवेशकों की सुरक्षित निवेश की सोच से कीमती धातुओं में लंबी अवधि तक सकारात्मक रुझान बने रहने की उम्मीद है। गिरावट के दौर में भी खरीदारी का रुझान मजबूत रह सकता है।

सुरक्षित निवेश की मांग से सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर, चांदी भी चमकी
खबर विस्तार : -

Gold Prices Today: वैश्विक स्तर पर सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग के चलते सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 4,383.73 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा 2026 में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।

2025 में 67 प्रतिशत की ऐतिहासिक तेजी

विशेषज्ञों के मुताबिक, वर्ष 2025 में अब तक सोने की कीमतों में करीब 67 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वैश्विक स्तर पर टैरिफ से जुड़ी चिंताएं, युद्ध और राजनीतिक अस्थिरता ने निवेशकों को जोखिम भरे एसेट्स से दूर कर सुरक्षित विकल्पों की ओर मोड़ा है। सोना लंबे समय से सुरक्षित निवेश का प्रतीक रहा है और मौजूदा हालात में इसकी चमक और बढ़ गई है।

फेड की नीति और महंगाई का असर

मेहता इक्विटी लिमिटेड के कमोडिटीज उपाध्यक्ष राहुल कलांत्री के अनुसार, अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) घटकर 2.7 प्रतिशत पर आ गया है। इससे यह संकेत मिला है कि आने वाले समय में ब्याज दरों में और कटौती संभव है। यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल तीसरी बार 25 आधार अंकों की कटौती ने भी सोने और चांदी की कीमतों को मजबूती दी है।

जापान के केंद्रीय बैंक का फैसला

इस बीच बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की, लेकिन उसका रुख उम्मीद से कम सख्त रहा। इसका असर यह हुआ कि कीमती धातुओं की कीमतों को और सहारा मिला। निवेशकों ने इसे भी सोने के पक्ष में सकारात्मक संकेत के रूप में लिया।

सोने-चांदी के तकनीकी स्तर

विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने को 4,320 से 4,285 डॉलर के बीच मजबूत सपोर्ट मिल रहा है, जबकि 4,400 से 4,425 डॉलर के बीच रेजिस्टेंस देखा जा सकता है। चांदी की बात करें तो इसे 66.40 से 65.75 डॉलर के बीच सपोर्ट और 67.20 से 68.00 डॉलर के बीच रेजिस्टेंस मिल रहा है।

भारतीय बाजार में क्या हैं संकेत

भारतीय रुपये में सोने को 1,33,550 से 1,33,010 रुपये के बीच सपोर्ट मिल सकता है, जबकि ऊपर की ओर 1,35,350 से 1,35,970 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस है। वहीं चांदी में 2,07,450 से 2,06,280 रुपये के बीच सपोर्ट और 2,09,810 से 2,10,970 रुपये के बीच रेजिस्टेंस रहने की संभावना है। हालांकि डॉलर की मजबूती आगे चलकर सोने की तेजी में बाधा बन सकती है।

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी से मजबूती

यस बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाजार में अस्थिरता बने रहने के कारण केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीद कर रहे हैं। राजनीतिक हालात में सुधार होने तक जोखिम कम नहीं होगा, ऐसे में यह खरीदारी सोने की कीमतों को लंबे समय तक सहारा दे सकती है।

चांदी में भी तेजी का रुझान

एमसीएक्स सिल्वर फ्यूचर्स अंतरराष्ट्रीय कॉमेक्स ट्रेंड के अनुरूप 2,07,800 रुपये के ऊपर बना हुआ है। एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर के मुताबिक, अगर चांदी इस स्तर से ऊपर टिकती है तो इसके 2,10,000 से 2,13,000 रुपये तक जाने की संभावना है। नीचे की ओर 1,99,200 रुपये का तत्काल सपोर्ट है, जबकि बड़ी गिरावट में 1,91,000 रुपये के आसपास मजबूत आधार बन सकता है।

अन्य प्रमुख खबरें