फाइनेंस के भविष्य को नया आकार दे रहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

खबर सार :-
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में अजय कुमार चौधरी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को फाइनेंस का भविष्य बताया। एआई वित्तीय सेवाओं को अधिक दक्ष, समावेशी और लचीला बना रहा है। जेनरेटिव और एजेंटिक एआई से धोखाधड़ी नियंत्रण, बेहतर ग्राहक अनुभव और प्रोडक्टिविटी में वृद्धि संभव है। हालांकि, जिम्मेदार गवर्नेंस और रणनीतिक संतुलन जरूरी है ताकि इसका समावेशी उपयोग हो सके।

फाइनेंस के भविष्य को नया आकार दे रहा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
खबर विस्तार : -

Artificial Intelligence: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और स्वतंत्र निदेशक अजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को छठे ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2025 में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) अब एक भविष्य से जुड़ी अवधारणा नहीं रह गई है, बल्कि यह फाइनेंशियल सर्विसेज को नया रूप देने में एक केंद्रीय शक्ति बन गई है। एआई फाइनेंशियल सर्विसेज के डिजाइन, वितरण और अनुभव के तरीके को बदल रहा है, जिससे एफिशिएंसी और इंक्लूजन के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।

मार्जिन से मेनस्ट्रीम में आया एआई

अजय कुमार चौधरी के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मार्जिन से मेनस्ट्रीम में आ गया है। यह वित्तीय सेवाओं के डिज़ाइन, वितरण और अनुभव के तरीके को नया रूप दे रहा है, जिससे दक्षता, समावेशन और लचीलेपन के द्वार खुल रहे हैं। यह हमारे वित्तीय सेवाओं के डिजाइन, डिलिवर और एक्सपीरियंस करने के तरीके को बदल रहा है और एफिशिएंसी, इंक्लूजन और मजबूती के लिए दरवाजे खोल रहा है।

एआई के साथ चुनौती भी शामिल

'एआईज प्रॉमिस एंड पेरिल : बिल्डिंग रिस्पॉन्सिबल इंटेलिजेंस फॉर इंक्लूसिव फाइनेंस' विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह अपने साथ मुश्किल चुनौतियों को भी लाता है, जिन्हें रिस्पॉन्सिबल गवर्नेंस और ग्लोबल कॉपरेशन के जरिए मैनेज किया जाना चाहिए। चौधरी ने कहा कि बैंकिंग, बीमा, पूंजी बाजार और पेमेंट सेक्टर में एआई में निवेश 2027 तक लगभग 100 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। फिलहाल, 78 प्रतिशत वित्तीय संगठन पहले से ही कम से कम एक क्षेत्र में एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि 2023 में यह संख्या 55 प्रतिशत थी।

एआई के दो रूपों से वित्तीय क्षेत्र में बड़े बदलाव

अजय कुमार चौधरी ने बताया कि एआई के दो रूप जेनरेटिव एआई और एजेंटिक एआई वित्तीय क्षेत्र में बड़े बदलाव ला रहे हैं। ये टेक्नोलॉजी धोखाधड़ी का पता लगाने, अनुपालन स्वचालन, ट्रेडिंग सटीकता और ग्राहक अनुभव को बेहतर बना सकती हैं, जिससे ग्लोबल बैंकिंग प्रोडक्टिविटी में सालाना आधार पर 200-340 बिलियन डॉलर की वृद्धि हो सकती है। उन्होंने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर स्टैक में बढ़ते संकेंद्रण और विविधता लाने तथा लचीली, संप्रभु क्षमताओं के निर्माण की आवश्यकता से जुड़ी रणनीतिक चिंताओं पर भी प्रकाश डाला। उनके संदेश ने इस उत्सव के लिए मंच तैयार किया और वैश्विक फिनटेक समुदाय को ज़िम्मेदारी से नवाचार करने और एआई द्वारा संचालित एक समावेशी, सुरक्षित और भविष्य के लिए तैयार वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने के लिए प्रेरित किया।

रणनीतिक चिंताओं की जानकारी

अजय कुमार चौधरी ने एआई इंफ्रास्ट्रक्चर स्टैक में बढ़ते कंसन्ट्रेशन और विविधता लाने तथा मजबूत, संप्रभु क्षमताओं के निर्माण की आवश्यकता से जुड़ी रणनीतिक चिंताओं पर भी प्रकाश डाला। उनके संदेश ने ग्लोबल फिनटेक कम्युनिटी को जिम्मेदारी से इनोवेट करने और एआई द्वारा संचालित एक इंक्लूसिव, सुरक्षित और फ्यूचर रेडी फाइनेंशियल इकोसिस्टम को आकार देने के लिए प्रेरित किया।

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