ATF Prices on Hike: एटीएफ की कीमत में 7.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी

खबर सार :-
देश की तेल विपणन कंपनियों ने अप्रैल, मई और जून में एटीएफ की कीमतों में कटौती करने के बाद जुलाई में नई संशोधित दरें लागू कर दी हैं, जिसमें एटीएफ की कीमतें 7.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है। देश के सभी प्रमुख शहरों में नई दरें आज से ही लागू कर दी गई हैं।

ATF Prices on Hike: एटीएफ की कीमत में 7.5 फीसदी की बढ़ोत्तरी
खबर विस्तार : -

नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के खुदरा ईंधन विक्रेताओं के मुताबिक तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने तीन दौर की कटौती के बाद विमान ईंधन की कीमतों में 7.5 फीसदी का इजाफा किया है। इसके बाद राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्‍ली में एटीएफ की कीमत 6,271.5 रुपये प्रति किलोलीटर यानी 7.5 प्रतिशत बढ़कर 89,344.05 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। ये नई दरें मंगलवार यानी आज से ही प्रभावी हो गई हैं। यह वृद्धि पिछले महीने ईरान पर इजराइल के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल की कीमतों में आई तेजी के अनुरूप है।

 कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एटीएफ की नई दरें

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई, कोलकाता और चेन्नई मे भी एटीएफ की नई दरें आज से ही लागू हो गई हैं। इसमें एटीएफ की कीमत 77,602.73 रुपये प्रति किलोलीटर से बढ़ाकर 83,549.23 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। जबकि,  चेन्नई और कोलकाता में एटीएफ की कीमत क्रमशः 92,526.09 रुपये प्रति किलोलीटर और 92,705.74 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। इसमें स्थानीय करों को भी शामिल किया गया है, क्योंकि उसके आधार पर हर राज्य में एटीएफ की कीमत अलग-अलग होती हैं।

तीन मासिक किस्तों में कटौती के बाद बढ़ाईं एटीएफ की कीमत

दरअसल, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) हर महीने की पहली तारीख को अंतरराष्‍ट्रीय बेंचमार्क ईंधन की औसत कीमत और विदेशी विनिमय दर के आधार पर एटीएफ एवं रसोई गैस की कीमतों में संशोधन करती हैं। एटीएफ की कीमत में ये वृद्धि अप्रैल से अबतक तीन मासिक किस्तों में लागू कुल कटौती का आधा है।

एटीएफ की कीमत आखिरी बार एक जून को 2,414.25 रुपये प्रति किलोलीटर (2.82 फीसदी) घटाकर 83,072.55 रुपये प्रति किलोलीटर कर दी गई थी। उससे पहले 1 मई को इसकी कीमतों में 4.4 फीसदी (3,954.38 रुपये प्रति किलोलीटर) की कटौती की गई थी, जबकि एक अप्रैल को 6.15 फीसदी (5,870.54 रुपये प्रति किलोलीटर) की भारी कटौती की गई थी। जानकारों का कहना है कि एटीएफ की कीमत में यह बढ़ोत्तरी पिछले महीने ईरान पर इस्राइल के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में आई तेजी की वजह से की गई हैं। इस वृद्धि से वाणिज्यिक एयरलाइनों पर बोझ बढ़ेगा, जिनके परिचालन की लागत में ईंधन का हिस्सा लगभग 40 फीसदी होता है। हालांकि, एटीएफ के मूल्य वृद्धि प्रभाव पर एयरलाइनों से तत्काल कोई टिप्पणी प्राप्त नहीं हो सकी।

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