भोपाल के एम्स अस्पताल में बनेगा हर्बल गार्डन

खबर सार :-
हर्बल गार्डन की जिस तरह की कल्पना की गई है, उसमें आयुर्वेदिक तमाम दुर्लभ जड़ी-बूटियों का संग्रह होगा। इस योजना से पुराने औषधीय पौधों की याद ताजा हो रही है, क्योंकि जरूरत के अलावा अध्ययन भी बढ़ रहा है।

भोपाल के एम्स अस्पताल में बनेगा हर्बल गार्डन
खबर विस्तार : -

भोपाल/लखनऊ, भोपाल के एम्स अस्पताल में हर्बल गार्डन बनाया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। इस गार्डन को तैयार करने के लिए पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन की टीम एम्स के साथ काम करेगी। जो गार्डन तैयार किया जाएगा, उसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का समृद्ध संग्रह बन सकेगा। गार्डन तैयार करने से पहले कह दिया गया है कि यहां केवल पौधों के रोपण तक सीमित नहीं रहना है, बल्कि पौधे तैयार कर आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में सेवाभाव भी प्रदर्शित करना है। हर्बल गार्डन की जिस तरह की कल्पना की गई है, उसमें आयुर्वेदिक तमाम दुर्लभ जड़ी-बूटियों का संग्रह होगा।

हालांकि, इसमें वक्त काफी लगेगा, लेकिन संकल्प के साथ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यह काम किया जाएगा। एम्स में केवल एलोपैथी का ही इलाज नहीं होगा। अब यहां आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का भी लाभ लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस हर्बल गार्डन में भारत के तमाम राज्यों से औषधीय पौधे लाये जाएंगे। यह वह पौधे होंगे, जिनके माध्यम से विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दूर करने के दावे किए जाते हैं। इस योजना से पुराने औषधीय पौधों की याद ताजा हो रही है, क्योंकि जरूरत के अलावा अध्ययन भी बढ़ रहा है।

मरीजों को औषधीय जड़ी-बूटियां उपलब्ध कराना पहला लाभ

भोपाल हर्बल गार्डन एम्स और बाबा रामदेव की पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन मिलकर काम करेंगे। भोपाल एम्स निदेशक डॉ. अजय सिंह ने हर्बल गार्डन के संबंध में मीडिया को बताया कि यह गार्डन साधारण नहीं होगा। इसमें आदिवासी समुदायों हर्बल से संबंधित औषधीय ज्ञान को हासिल किया जाएगा। उनके पास इलाज के लिए तमाम पारंपरिक जड़ी बूटियों का उपयोग है। इसके अलावा हर्बल गार्डन के दो और लाभ हैं। अस्पताल में आयुष विभाग को औषधीय जड़ी-बूटियां उपलब्ध कराना पहला लाभ है। दूसरे लाभ में मेडिकल छात्रों को पौधों का रहस्य समझने का अवसर मिलेगा। यह गार्डन पांच हिस्सों में बांटा जाएगा। अध्ययन के लिए यह जरूरी है। 
 

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