20 लाख किसानों को मिला अभियान का लाभ

खबर सार :-
प्रत्येक जनपद में प्रति दिवस 9 के साथ 15 दिवसों में प्रति जनपद 135 स्थानों पर कृषक वैज्ञानिक संवाद आयोजित किए जायेंगे।

20 लाख किसानों को मिला अभियान का लाभ
खबर विस्तार : -

लखनऊ, विकसित कृषि संकल्प अभियान का कुशलता के साथ समापन हो गया है। 75 जिलों में 10,125 से अधिक स्थानों पर किसानों को कार्यक्रम का लाभ दिया गया। 29 मई से 12 जून तक चले इस अभियान में लगभग 20 लाख 19 हजार 785 किसानों ने भाग लिया। इन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। वाराणसी में अभियान के समापन पर केंद्रीय राज्य मंत्री, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, रामनाथ ठाकुर ने कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों को किसानों तक नवीनतम तकनीकी जानकारी उनकी भाषा में और सीधे उनके खेत-खलिहान में जाकर पहुंचाने के निर्देश दिए।

बागपत में दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और सांसद राजकुमार सांगवान मौजूद रहे। उपराज्यपाल ने गन्ना उत्कृष्टता केंद्र का निरीक्षण किया और सह-फसली खेती एवं एफपीओ द्वारा तैयार किए गए सिरके को प्रोत्साहन दिया। उन्होंने प्रगतिशील किसानों को कृषि यंत्र, ट्रैक्टर की चाबी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के समापन पर बाराबंकी में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने किसानों को प्रधानमंत्री कुसुम योजना, आई.पी.एम. पद्धति, मल्चिंग और पॉलीहाउस जैसी तकनीकों पर योगी सरकार के अनुदान के बारे में बताया।

पद्मश्री से सम्मानित प्रगतिशील किसान राम शरण वर्मा, खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा, जिला पंचायत राजरानी रावत तथा कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। फतेहपुर में उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में समारोह आयोजित हुआ। इसमें 1,000 से अधिक किसान एकत्रित हुए। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. बिजेंद्र सिंह ने खेत के समतलीकरण, समय पर बुवाई, उचित बीज दर, हरी खाद वाली फसलों के उपयोग, बौछारी एवं टपक विधि से सिंचाई और मल्चिंग के प्रयोग पर जोर दिया।

बहराइच और कन्नौज में भी किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। कन्नौज में जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री ने बताया कि अभियान का उद्देश्य प्रयोगशाला से खेत तक लाभ पहुंचाना है। इस अभियान से किसानों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हुआ है। देश के सभी राज्यों में 1.5 करोड़ किसानों को जोड़ने के लक्ष्य के मुहिम के सापेक्ष उत्तर प्रदेश में 75 जनपदों में 10125 कार्यक्रम के माध्यम से 50 लाख किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

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