यूपी की खेती में आएगा सुधार, कहीं बना लिया तो कहीं बन रहा ग्रीन हाउस

खबर सार :-
ग्रीन हाउस बनाकर जिले को खुशहाल बनाने के लिए खेती को ही मुख्य धारा में लाने की कोशिशें चल रही हैं। सरकार पॉली हाउस या ग्रीन हाउस के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी इसे तैयार करने के लिए देती हैं।

यूपी की खेती में आएगा सुधार, कहीं बना लिया तो कहीं बन रहा ग्रीन हाउस
खबर विस्तार : -

लखनऊ, लखनऊ जिले में 3 और बागपत जिले में 4 ग्रीन हाउस बनाए जा चुके हैं। ऐसे ही सहारनपुर में 3, मेरठ में 3, बहराइच में 2 और शामली में एक ग्रीन हाउस बनाया गया है। इनसे जिले की खेती में सुधार लाने में मदद मिलेगी। इसी तरह एटा में 1, बरेली में 2, कासगंज में 2, कौशांबी में 1, हरदोई में 2, मिर्जापुर में ग्रीन हाउस बनाया गया है। राज्य सरकार की ओर से जो प्रयास किए गए हैं, उनमें योजनाबद्ध तरीके से उन्नाव में 1, अलीगढ़ में 1, शाहजहांपुर में 1, सुल्तानपुर में 1, कानपुर नगर में 1, बाराबंकी में 1 ग्रीन हाउस बनाकर जिले को खुशहाल बनाने के लिए खेती को ही मुख्य धारा में लाने की कोशिशें चल रही हैं।

मुजफ्फरनगर में 1, खीरी में 1, सीतापुर में 1, अमेठी में 1, आगरा में 1, गाजीपुर में 1 ग्रीन हाउस बनकर तैयार है। किसानों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने क्रॉप प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी में बदलाव कर रही है। इससे आधुनिक खेती को बढ़ावा मिलेगा। उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कुछ और खास प्रबंध किए जाने हैं। उन्नाव में 2, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 2, हापुड़ 1, लखनऊ 2, चंदौली 2, शाहजहांपुर 1 ग्रीन हाउस अभी और बनाने की योजना है। इसी कड़ी में बरेली में 1, श्रावस्ती में 1, सहारनपुर में 2, मेरठ में 1, मुजफ्फरनगर में 1, बाराबंकी में 2, शामली में 2, बुलंदशहर में 1 ग्रीन हाउस जैसी तकनीकी को प्रोत्साहित करने के लिए और बनाए जाने हैं। हमीरपुर में1, अलीगढ़ में 1, गाजीपुर में 1, कानपुर नगर में 1, कन्नौज में 1 ग्रीन हाउस का निर्माण किया जा रहा है।

माना जा रहा है कि करीब 44 जिलों में किसानों को इसका लाभ मिलेगा। किसान ऑफ सीजन में भी पौष्टिक सब्जियां और अनाज की बेहतरीन फसल उगा सकेंगे। करीब 24 जिलों में ग्रीन हाउस बनकर तैयार हैं। इसके अलावा अभी 20 जिलों में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। इनमें ऐसी फसलें तैयार की जाएंगी, जो बाजार में ताजे उत्पाद उपलब्ध करा सकेंगे। एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना का लाभ भी दिया जा रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्रीन हाउस और पॉली हाउस टेक्नोलॉजी से खेती पर मौसमी नुकसान नहीं होता है। टमाटर, मिर्च, शिमला मिर्च, खीरा, बीन्स हर मौसम में तैयार कर सकते हैं। सरकार पॉली हाउस या ग्रीन हाउस के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी इसे तैयार करने के लिए देती हैं।
 

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