स्पेक्ट्रम स्कूल की छात्रा आकांक्षा एक दिन के लिए बनी इंस्पेक्टर, संभाला थाने का कार्यभार

खबर सार :-
मिशन शक्ति अभियान के तहत बालिकाओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले के कूरेभार थाना क्षेत्र स्थित स्पेक्ट्रम हाई एकेडमी इंटरमीडिएट कॉलेज जमौली की कक्षा 10 की छात्रा आकांक्षा त्रिपाठी को सोमवार को एक दिन के लिए थाना प्रभारी बनाया गया।

स्पेक्ट्रम स्कूल की छात्रा आकांक्षा एक दिन के लिए बनी इंस्पेक्टर, संभाला थाने का कार्यभार
खबर विस्तार : -

सुल्तानपुरः मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत बालिकाओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले के कूरेभार थाना क्षेत्र स्थित स्पेक्ट्रम हाई एकेडमी इंटरमीडिएट कॉलेज जमोली की कक्षा 10 की छात्रा आकांक्षा त्रिपाठी को सोमवार को एक दिन के लिए थानाध्यक्ष बनाकर उन्हें थाना कार्यभार संभालने का अवसर दिया गया। यह पहल बालिकाओं को समाज में अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 

फरियादियों की सुनी समस्या

आकांक्षा ने अपने इस विशेष कार्यकाल के दौरान थाना का कार्यभार संभाला और जनसुनवाई की। फरियादियों की समस्याएं सुनीं और संबंधित पुलिस अधिकारियों को त्वरित एवं न्यायसंगत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला सुरक्षा, शिक्षा और समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय भी व्यक्त की, जो उनके नेतृत्व कौशल और जागरूकता को दर्शाता है। इस दौरान थानाध्यक्ष रविन्द्र सिंह ने आकांक्षा का बुके देकर स्वागत किया और उनके साहस की सराहना की। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति अभियान बालिकाओं में आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए एक सराहनीय पहल है। 

प्रबंधक और प्रधानाचार्य ने दी शुभकामनाएं

विद्यालय के प्रबंधक आनंद सावरण और प्रधानाचार्य दीपक उपाध्याय ने भी आकांक्षा को शुभकामनाएँ दीं। प्रबंधक ने कहा कि आकांक्षा का चयन विद्यालय और क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। प्रधानाचार्य ने इस अनुभव को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि इससे छात्राओं को यह सीख मिलेगी कि वे भी समाज में नेतृत्व की भूमिका निभा सकती हैं। 

आकांक्षा त्रिपाठी ने अपने इस अनुभव को गर्वपूर्ण कहा और कहा कि यह उनके जीवन का एक अविस्मरणीय पल रहा। उन्होंने बताया कि एक दिन के लिए थाने की कमान संभालना उनके लिए अभूतपूर्व अनुभव रहा। इससे उन्हें समझ में आया कि पुलिस बल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौबीसों घंटे तत्पर रहता है। उन्होंने कहा कि यह पहल लड़कियों को यह संदेश देती है कि वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं और वे अपने सपनों को साकार कर सकती हैं। यह कार्यक्रम निश्चित ही युवाओं में नेतृत्व भावना का संचार करने में सहायक सिद्ध होगा।

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