गलत हुई मौसम विभाग की भविष्यवाणी, मौसम ने अचानक बदली करवट

खबर सार :-
मौसम विभाग ने बारिश की कोई भविष्यवाणी नहीं की थी। लेकिन मौसम में अचानक आए बदलाव ने लोगों को हैरान कर दिया। दोपहर में अचानक मौसम बदलने से भारी बारिश हुई और पूरा इलाका जलमग्न हो गया। स्कूली बच्चों समेत पर्यटकों और कामगारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश के कारण तापमान में भी भारी गिरावट आई।

गलत हुई मौसम विभाग की भविष्यवाणी, मौसम ने अचानक बदली करवट
खबर विस्तार : -

शिमलाः राजधानी शिमला में गुरुवार दोपहर मौसम ने अचानक करवट बदली और इतनी ज़ोरदार बारिश हुई कि पूरा शहर मानो मानसून में डूब गया हो। मौसम विभाग ने मौसम साफ़ और धूप वाला दिन रहने का अनुमान लगाया था, लेकिन आसमान ने मौसम विभाग की भविष्यवाणी को ग़लत साबित कर दिया। दोपहर 3 बजे के बाद मौसम अचानक बदल गया और कुछ ही मिनटों में तेज़ हवाओं के साथ तेज़ बारिश शुरू हो गई। बारिश इतनी तेज़ थी कि ऐसा लग रहा था जैसे मानसून लौट आया हो।

लोगों उठानी पड़ी परेशानी

लंबी बारिश के कारण शहर के कई नाले उफान पर आ गए और पानी सड़कों पर बहने लगा। माल रोड और रिज मैदान पर टहल रहे पर्यटकों को भारी बारिश के कारण इधर-उधर भागने पर मजबूर होना पड़ा। छुट्टियों के बाद घर लौट रहे स्कूली बच्चों और काम से लौट रहे लोगों को भी काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वाहन चालकों को फिसलन भरी सड़कों पर सावधानी से गाड़ी चलानी पड़ी।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि राज्य से मानसून गए लगभग एक महीना हो गया है, लेकिन आज की बारिश ने सबको चौंका दिया। शहर का तापमान तेज़ी से गिर गया और ठंड बढ़ गई। बारिश के बीच ठंडी हवाओं ने वातावरण को पूरी तरह से सर्दी जैसा बना दिया। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नज़र आए।

मौसम विभाग ने दी चेतावनी

मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला के अनुसार, यह बारिश पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई, जिसने अचानक मौसम बदल दिया। विभाग ने बताया कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई, जबकि ऊपरी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई। लाहौल-स्पीति और चंबा ज़िलों के ऊँचाई वाले इलाकों में आज फिर बर्फबारी दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में गोंडला में बर्फबारी दर्ज की गई, जबकि जोत में छह मिलीमीटर, कोठी में तीन और कसौली में दो मिलीमीटर बारिश हुई।

येलो अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने बताया कि रात के समय ऊँचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की भी संभावना है। कुल्लू, मंडी और कांगड़ा ज़िलों में गरज के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। हालाँकि, 24 से 29 अक्टूबर तक राज्य में मौसम साफ़ रहने का अनुमान है, इस दौरान कहीं भी बारिश या बर्फबारी की उम्मीद नहीं है।

गौरतलब है कि इस साल मानसून के मौसम में शिमला में सामान्य से ज़्यादा बारिश हुई। राज्य में मानसून 20 जून को आया और 26 सितंबर को चला गया। हालांकि, लगभग एक महीने बाद हुई इस भारी बारिश ने सबको हैरान कर दिया है। मौसम में आए इस अचानक बदलाव ने जहाँ पर्यटकों को चौंका दिया है, वहीं स्थानीय लोगों ने भी अचानक बढ़ी ठंड से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।

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