Michael Clarke News: माइकल क्लार्क ने स्किन कैंसर पर जागरूकता साझा की, “शुक्र है जल्दी पता चल गया”

खबर सार :-
माइकल क्लार्क का कैंसर से जूझने का अनुभव और इसके प्रति उनकी जागरूकता फैलाने की कोशिश यह दर्शाती है कि इस बीमारी का समय रहते इलाज किया जा सकता है। उनका संदेश “रोकथाम इलाज से बेहतर है” एक महत्वपूर्ण सलाह है, जिसे हर व्यक्ति को गंभीरता से लेना चाहिए।

Michael Clarke News: माइकल क्लार्क ने स्किन कैंसर पर जागरूकता साझा की, “शुक्र है जल्दी पता चल गया”
खबर विस्तार : -

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने सोशल मीडिया के जरिए स्किन कैंसर से जूझने के बाद लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी है। क्लार्क, जो कि लंबे समय से इस बीमारी से लड़ रहे थे, हाल ही में एक ऑपरेशन से गुजरने के बाद कैंसर से निजात पाने में सफल रहे हैं। उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए स्किन कैंसर से बचाव के महत्व को उजागर किया।

कैंसर से निजात मिलने के बाद साझा की जानकारी

माइकल क्लार्क ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि,ऑस्ट्रेलिया में स्किन कैंसर एक सच है। मेरी यह दोस्ताना सलाह है कि आप अपनी स्किन की नियमित जांच जरूर करवाएं। रोकथाम इलाज से बेहतर है, और मेरे मामले में, जल्दी पता लगाना ही सबसे महत्वपूर्ण था। शुक्र है कि मेरी बीमारी जल्दी पकड़ी गई, जिससे इलाज संभव हुआ। पोस्ट के साथ उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें उनकी नाक पर पट्टी बंधी हुई थी, यह इस बात का संकेत था कि हाल ही में उन्होंने एक छोटी सर्जरी करवाई थी।

2006 से जारी था कैंसर से संघर्ष

माइकल क्लार्क को 2006 में अपने चेहरे और माथे पर स्किन कैंसर का पता चला था। इसके बाद उन्होंने लगातार कई ऑपरेशन कराए और अब वे पूरी तरह से इस बीमारी से मुक्त हैं। 44 वर्षीय क्लार्क ने 2010 में कैंसर काउंसिल के एंबेसडर के रूप में कार्य करना शुरू किया था और उस समय से वे कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने का काम करते आ रहे हैं।

कैंसर से बचाव के टिप्स

क्लार्क ने बताया कि स्किन कैंसर आमतौर पर अधिक समय तक सूरज की रोशनी में रहने के कारण होता है। क्रिकेट जैसे खेलों में, जहां खिलाड़ी दिन-रात धूप में रहते हैं, इस बीमारी का खतरा और भी बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि सूरज की रोशनी से बचने के लिए चेहरे और शरीर की सही देखभाल बेहद जरूरी है।

क्लार्क का क्रिकेट करियर

माइकल क्लार्क ऑस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेट कप्तानों में से एक रहे हैं। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2015 का वनडे विश्व कप जीता। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 115 मैचों में 28 शतक सहित 8,643 रन बनाए और वनडे क्रिकेट में 7,981 रन बनाए। 2015 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, वह अब अपनी नई भूमिका में स्किन कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं।

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