Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक को बुधवार देर रात चर्चा के बाद लोकसभा ने पास हो गया। यह बिल मुस्लिम दान की गई संपत्तियों के प्रबंधन से संबंधित। बिल के पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 मत पड़े। अब इसे राज्यसभा भेजा जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोगी दलों ने इस विधेयक का खुलकर समर्थन किया। जबकि विपक्ष ने इस विधेयक का विरोध किया।
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि दुनिया में सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक भारत में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का सबसे बड़ा कारण बहुसंख्यकों का धर्मनिरपेक्ष रवैया है।
आधी रात को वक्फ बिल पर करीब 12 घंटे चली चर्चा का जवाब देते हुए किरण रिजिजू ने कहा कि संशोधन बिल के कानून बनने के बाद गरीब और पिछड़े मुसलमानों को फायदा होगा और वे इस ऐतिहासिक दिन को याद रखेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रार्थना करेंगे। उन्होंने कहा कि बिल में सुधार कैसे हो, इस पर चर्चा करने के बजाय विपक्ष कलेक्टर की भूमिका पर सवाल उठाता रहा। हमें सरकारी अधिकारी पर भरोसा रखना चाहिए।
रिजिजू ने यह भी कहा कि वर्तमान में वक्फ की सभी संपत्तियों का बहुत कम प्रतिशत ही धर्मार्थ कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही संशोधन बिल पर विपक्षी दलों के रुख की आलोचना करते हुए किरण रिजिजू ने कहा कि "वे सच्चाई को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।" उन्होंने कहा कि विपक्ष वक्फ बिल को असंवैधानिक बता रहा है, लेकिन वे इसके पीछे के कारण नहीं बता पा रहे हैं कि यह असंवैधानिक क्यों है। इसलिए मैंने उम्मीद छोड़ दी है कि वे इसे समझेंगे।
वक्फ विधेयक के समर्थन में भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने दावा किया कि इस विधेयक को लाने का उद्देश्य पारदर्शिता और निष्पक्ष व्यवस्था स्थापित करना है। जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के एम मल्लेश बाबू ने लोकसभा में कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक 2025 लाकर सरकार ने वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता लाने का काम किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'वक्फ विधेयक चोरी के लिए नहीं, गरीबों के लिए है। एक सदस्य कह रहे हैं कि अल्पसंख्यक इसे स्वीकार नहीं करेंगे, आप क्या धमकी दे रहे हैं भाई। यह संसद का कानून है, इसे स्वीकार करना ही होगा।'
वक्फ विधेयक के खिलाफ विपक्ष की एक बड़ी चिंता वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों की नियुक्ति थी। चर्चा के दौरान हैदराबाद के AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विधेयक को फाड़ दिया। उन्होंने कहा- इस विधेयक का उद्देश्य मुसलमानों को अपमानित करना है। मैं गांधी की तरह वक्फ विधेयक को फाड़ता हूं।असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस विधेयक से यह स्पष्ट है कि प्राचीन मंदिरों की रक्षा की जाएगी, लेकिन मस्जिदों की नहीं। सब कुछ हिंदू धर्म की संपत्ति है, अन्य धर्मों के लोग अपनी संपत्ति पर अपने सदस्य रखते हैं। लेकिन ऐसा सिर्फ वक्फ में नहीं होगा। यह कैसा लोकतंत्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस विधेयक का उद्देश्य मुसलमानों को अपमानित करना है, मैं इस कानून को फाड़ता हूं।
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