छत्तीसगढ़: सुकमा में नक्सलियों की अवैध हथियार फैक्ट्री ध्वस्त, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद

खबर सार :-
सुकमा और गरियाबंद में हाल की कार्रवाइयों से यह साफ है कि छत्तीसगढ़ पुलिस की नई रणनीति नक्सल विरोधी मोर्चे पर कारगर साबित हो रही है। हथियार फैक्ट्री ध्वस्त होने से नक्सलियों की बड़ी योजना नाकाम हुई है। प्रशासन का लक्ष्य सिर्फ नक्सलवाद समाप्त करना नहीं, बल्कि क्षेत्र में स्थायी शांति और विकास की दिशा में कदम बढ़ाना है।

छत्तीसगढ़: सुकमा में नक्सलियों की अवैध हथियार फैक्ट्री ध्वस्त, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद
खबर विस्तार : -

Anti Naxal Operation: नक्सल विरोधी अभियानों में जुटी सुकमा पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस की डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) टीम ने गोमगुड़ा इलाके के घने जंगलों में नक्सलियों की एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री का पता लगाकर उसे ध्वस्त कर दिया। यह फैक्ट्री माओवादी संगठन द्वारा सुरक्षा बलों पर बड़े हमले की साजिश के तहत संचालित की जा रही थी।

घने जंगलों में चला सर्च ऑपरेशन

सूत्रों के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि गोमगुड़ा क्षेत्र के भीतर नक्सली लंबे समय से हथियार बनाने का काम कर रहे हैं। इसके बाद डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया। टीम को एक अस्थायी हथियार फैक्ट्री मिली, जिसमें राइफलें, बंदूकों के पुर्जे और हथियार निर्माण की मशीनरी रखी हुई थी।

भारी मात्रा में हथियार बरामद

पुलिस ने मौके से 17 राइफलें, छह बीजीएल लॉन्चर, छह 12 बोर राइफलें, एक रॉकेट लॉन्चर, गन पार्ट्स, हथियार बनाने की मशीनें और अन्य सामग्री बरामद की। अधिकारियों का कहना है कि यह फैक्ट्री नक्सलियों के हमलों की तैयारी के लिए सक्रिय रूप से इस्तेमाल हो रही थी।

सफल रणनीति का परिणाम

सुकमा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह कार्रवाई सुकमा में चल रही नई रणनीति और समन्वित एंटी-नक्सल ऑपरेशन का नतीजा है। पिछले एक वर्ष में 545 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, 454 गिरफ्तार किए गए हैं और 64 मारे गए हैं। पुलिस का कहना है कि इस तरह की कार्रवाइयां नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने में सहायक हैं।

नक्सलियों से शांति की अपील

पुलिस ने माओवादियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। आत्मसमर्पण करने वालों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत रोजगार और आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। सुकमा एसपी ने कहा कि उद्देश्य केवल नक्सलवाद का दमन नहीं, बल्कि स्थायी शांति और विकास की स्थापना है।

गरियाबंद में भी मिली सफलता

इससे पहले गरियाबंद जिले के शोभा और पायलीखंड थाना क्षेत्रों में भी पुलिस ने तीन स्थानों पर छिपाए गए आईईडी, कुकर, इलेक्ट्रिक वायर और विस्फोटक सामग्री बरामद की थी। पुलिस की इस सतर्कता ने नक्सलियों की एक और खतरनाक साजिश को नाकाम कर दिया।

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