मेरठ के वैज्ञानिकों ने सिंगन खेड़ा गांव में पशुओं का किया इलाज, किसानों को बताए कई उपाय

खबर सार : -
रामपुर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. वेद प्रकाश द्वारा एक शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मेरठ से पशु चिकित्सा वैज्ञानिकों की टीम आई थी। टीम ने किसानों को पशुओं में होने वाली बीमारियों के बारे में बताया और उनसे बचाव के उपाय भी बताए।

खबर विस्तार : -

रामपुरः सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मेरठ के पशु चिकित्सा वैज्ञानिकों ने पशुपालन विभाग के सहयोग से गांव सींगनखेड़ा में विशेष पशुधन बांझपन निवारण शिविर का आयोजन किया। कुलपति डॉ. केके सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित इस शिविर का उद्देश्य पशुओं में बांझपन, कुपोषण व गर्भाशय संक्रमण जैसी जटिल समस्याओं की पहचान कर उनका वैज्ञानिक उपचार करना तथा पशुपालकों को आधुनिक पशुपालन तकनीकों से अवगत कराना था।

इस शिविर का उद्घाटन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वेद प्रकाश ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में किसानों से गौशालाओं में निराश्रित गोवंश के लिए भूसा दान करने की अपील भी की, ताकि उन पशुओं के भरण-पोषण में मदद मिल सके। परियोजना प्रभारी प्रो. अमित वर्मा ने कहा कि पशुओं में बढ़ती बांझपन व कुपोषण की समस्या प्रदेश में निराश्रित गोवंश की बढ़ती संख्या का बड़ा कारण है। साथ ही पशु आहार के दामों में लगातार हो रही वृद्धि भी पशुपालकों के सामने गंभीर चुनौती बनती जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक सप्ताह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसी एक गांव में अल्ट्रासाउण्ड मशीन, माइक्रोस्कोप आदि अत्याधुनिक उपकरणों की सहायता से पशुओं के स्वास्थ्य की सम्पूर्ण जांच की जा रही है।

शिविर में पशु चिकित्सा विशेषज्ञों डॉ. अमित वर्मा, डॉ. प्रेम सागर मौर्य, डॉ. विकास सचान, डॉ. अरविंद सिंह, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. अतुल पुष्कर, डॉ. साक्षी सिंह एवं अन्य विशेषज्ञों की टीम ने इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के वित्तीय सहयोग से 126 से अधिक पशुओं की जांच की तथा निःशुल्क दवाइयां वितरित की। इस आयोजन में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम लखन, रेनू आर्या, फैजान अली, विनय कुमार एवं रूपाली ग्राम प्रधान के साथ-साथ स्थानीय पशुपालकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा सहयोग प्रदान किया।

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